राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट से जुड़े संदिग्ध की नई तस्वीरें जारी की हैं. इस विस्फोट में 10 लोग घायल हो गए थे. आतंकवाद रोधी एजेंसी एनआईए ने तीन मार्च को यह केस अपने हाथ में लिया था. एनआईए ने संदिग्ध की पहचान करने में जनता से मदद मांगी है. माना जाता है कि तस्वीरों में दिख रहे संदिग्ध ने एक मार्च को बेंगलुरु के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाई थी, जिससे विस्फोट हुआ था.
रामेश्वरम कैफे में विस्फोट होने के करीब एक घंटे बाद मुख्य संदिग्ध सीसीटीवी फुटेज में बस में सवार होते हुए देखा गया. वीडियो के टाइमस्टैम्प पर लिखा है कि 1 मार्च को दोपहर 2.03 बजे. यह विस्फोट के करीब 60 मिनट बाद का वक्त था. विस्फोट दोपहर 12:56 बजे हुआ था. टी-शर्ट, टोपी और फेसमास्क पहने संदिग्ध कैफे में आईईडी से भरा एक बैग छोड़ते हुए दिखाई दिया था.
उसी दिन रात में करीब नौ बजे के एक अन्य सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध एक बस स्टेंड के अंदर घूमते हुए दिखाई दिया था. एनआईए ने नागरिकों से ऐसी कोई भी जानकारी देने के लिए आगे आने का आग्रह किया है जिससे संदिग्ध की पहचान हो सके और उसे पकड़ा जा सके. एनआईए ने संदिग्ध की जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है.
बेंगलुरु पुलिस की सेंट्रल क्राइम ब्रांच मामले की जांच में एनआईए का सहयोग कर रही है. इस मामले में बल्लारी जिले के कौल बाजार के एक कपड़ा व्यापारी और प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े एक कैडर को गिरफ्तार किया गया है.
मामले की जांच कर रही टीम के मुताबिक, घटना के बाद संदिग्ध ने अपने कपड़े बदले और बस से तुमकुरु, बल्लारी, बीदर और भटकल सहित विभिन्न स्थानों की यात्रा की. सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि संदिग्ध पहचान से बचने के लिए बार-बार अपना हुलिया बदलता रहा था.
रामेश्वरम कैफे पहले से अधिक कड़े सुरक्षा इंतजामों के साथ आज फिर से शुरू हो गया. इसके प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. सुरक्षा के मद्देनजर हैंडहेल्ड डिटेक्टरों का उपयोग करके ग्राहकों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है.
द रामेश्वरम कैफे के को-फाउंडर और सीईओ राघवेंद्र राव ने कहा, "हमने अपनी सुरक्षा टीम को मजबूत किया है और पूर्व सैनिकों को शामिल करके एक अलग पैनल स्थापित करने की भी कोशिश कर रहे हैं जो हमारी सभी ब्रांचों में हमारे सुरक्षा गार्डों को प्रशिक्षित कर सके."