विश्व पर्यावरण दिवस पर दिल्ली को वापस मिला अपना 'दिल'

करोल बाग में एलईडी संकेतक को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर फिर से जनता को समर्पित किया गया

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प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी के करोल बाग इलाके में एक सड़क पर सजावटी प्रदर्शन में लगे प्रतीक चिह्न ‘दिल' के कथित तौर पर चोरी हो जाने के करीब एक महीने बाद रविवार को दिल्ली को अपना ‘दिल' वापस मिल गया. निगम अधिकारियों ने कहा कि दिल के आकार का नया एलईडी संकेतक उस हिस्से में फिर से लगाया गया है, जहां से यह गायब हो गया था. उन्होंने कहा कि इस संकेतक को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर फिर से जनता को समर्पित किया गया है.

घटना मई की शुरुआत में रिपोर्ट की गई थी और करोल बाग में एक सार्वजनिक स्थान पर 'आई लव दिल्ली' के संकेतक से 'दिल' गायब होने की तस्वीर वायरल हो गई थी. इस घटना पर राजधानी वासियों की ओर से विभिन्न मनोरंजक टिप्पणियां की जाने लगी थीं. कुछ लोगों ने कहा था कि ‘‘दिल्ली का दिल'' गायब हुआ देख उनका ‘दिल टूट' गया था, जबकि कुछ अन्य ने बॉलीवुड के विभिन्न गीतों के बोल का इस्तेमाल करते हुए मीम्स साझा किए थे.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘घटना के बाद, कई आम लोगों ने साइनबोर्ड में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था, और जाहिर तौर पर कुछ राहगीरों ने इस कमी को पूरा करने के लिए एक अस्थायी 'दिल' जोड़ दिया था. फिर एक निजी रेडियो स्टेशन ने भी ‘दिल' डिजाइन करने के लिए एक प्रतियोगिता आयोजित की, लेकिन आज हमने ‘दिल' के आकार का एक नया एलईडी लाल संकेतक लगाकर उस खाली जगह को भर दिया. दिल्ली को अपना 'दिल' वापस मिल गया है.''

हालांकि, इस घटना के हफ्तों बाद, तीनों नगर निगमों को मिलाकर 22 मई को एकीकृत नगर निगम बनाया गया, लेकिन अब भी संकेतक पर पुराना नाम ही चल रहा है – ‘करोल बाग, उत्तर दिल्ली नगर निगम.'

कथित तौर पर 'दिल' चोरी होने के कुछ दिनों बाद, तत्कालीन एनडीएमसी ने लोगों से दूसरों का ‘दिल चुराने' की अपील की थी और ‘सार्वजनिक स्थानों से दिल के प्रतीक' को न लेने की अपील की थी.

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कई कार्यक्रमों पर ट्वीट भी साझा किए.

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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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