यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की परीक्षा सबसे मुश्किल परीक्षा में से एक मानी जाती है. इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन रात एक करना पड़ता है, लेकिन हम आपको ऐसी लड़की के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इस मुश्किल परीक्षा को पास कर 2 बार IPS और एक बार IAS बनी हैं.
इस लड़की का नाम निधि बंसल हैं, जो मध्य प्रदेश के कैलारस कस्बे, मुरैना की रहने वाली है. वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ ग्वालियर में शिफ्ट हो गई हैं. निधि की शुरुआती पढ़ाई मुरैना में हुई.
NDTV से बात करते हुए निधि ने कहा, उन्होंने कंप्यूटर साइंस इन इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री NIT त्रिचि से ली, जिसके बाद एक साल तक नौकरी की. प्राइवेट नौकरी के दौरान ही उन्होंने अपनी यूपीएससी की जर्नी की शुरुआत की. जहां निधि नौकरी करती थी वहां काम और सैलरी दोनों ही अच्छी थी, लेकिन वह संतुष्ट नहीं थी. इसी दौरान उन्हें महसूस हुआ कि IAS बनना है और यूपीएससी के लिए तैयारी करनी है.
बता दें, नीधि को यूपीएससी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी, इसके बारे में उन्होंने अपने दोस्तों से पूछना शुरू किया. फिर उन्होंने पूरी शिद्दत के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी, जिसमें उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट सोशियोलॉजी को चुना. पहले प्रयास में निधि इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाई, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की इस कठिन परीक्षा को पास कर दिखाया.
दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद उन्हें 219 रैंक हासिल हुई. इस रैंक के तहत उन्हें IPS सेवा त्रिपुरा अलॉट हुई. निधि बेहद खुश थी, लेकिन संतुष्ट नहीं थी. उन्हें एहसास हुआ उनका लक्ष्य IAS बनना था. जिसके बाद उन्हें तीसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी.
तीसरे प्रयास में उनकी 226वीं रैंक आई. जिसके बाद उन्हें इंडियन पुलिस सर्विस (IPS) अलॉट हुआ था. इस बार उन्हें झारखंड कैडर मिला था. दो बार IPS का पद मिलने का बाद भी निधि संतुष्ट नहीं थी. जिसके बाद निधि ने चौथी बार यूपीएससी की परीक्षा देने का फैसला किया. निधि अच्छी रैंक लाना चाहती थी, लेकिन रैंक उनके मनमुताबिक आई नहीं थी. जिसके बाद उन्होंने पिछले तीन साल की यूपीएससी तैयारी का अच्छे से आकलन किया.
उन्होंने महसूस किया, ऑप्शनल सब्जेक्ट में सोशियोलॉजी चुनने के बाद भी अच्छी रैंक नहीं आ रही है. वह इस सब्जेक्ट में अच्छी थी, लेकिन उनका फेवरेट सब्जेक्ट मैथेमेटिक्स था. उन्होंने महसूस किया उनका ऑप्शनल सब्जेक्ट ही उन्हें पीछे खींच रहा है.ऐसे में इसे बदल लेना ही बेहतर है.
उन्होंने मैथेमेटिक्स को ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना. इसके लिए उन्होंने सेल्फ स्टडी की. चौथे प्रयास में भी उनकी मनमुताबिक रैंक नहीं आई. लेकिन ऑप्शनल में उनके मार्क्स पहले के मुताबिक काफी अच्छे थे. इसके लिए वह पांचवे प्रयास के लिए मोटिवेट हो गई. पांचवें और अंतिम प्रयास में निधि को साल 2019 में 23वीं रैंक प्राप्त हुई और आखिरकार वह IAS बनने में सफल रही.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं