बिहार के हजारों शिक्षक गुरुवार को 'शिक्षक दिवस' (Teachers' Day) के दिन अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे. उन्होंने सरकार के विरोध में नारे लगाए और 'समान काम-समान वेतन' की मांग को लेकर आवाज बुलंद की. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, राज्यभर के नियोजित शिक्षक (Teachers) गुरुवार को पटना पहुंचे और गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचकर विरोध जताया. हालांकि पटना के संजय गांधी स्टेडियम (गर्दनीबाग) को भी प्रशासन ने सील कर दिया है. इधर, शिक्षक सड़क पर उतरकर सरकार के विरोध में नारे लगा रहे हैं.
बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के अध्यक्ष मार्कडेंय पाठक ने बताया कि सरकार शिक्षकों की मांग को सुनने को तैयार नहीं है. शिक्षकों की प्रमुख मांगों में नियमित शिक्षकों की तरह ही नियोजित शिक्षकों को भी वेतनमान एवं हूबहू सेवा शर्त देने, पुरानी पेंशन योजना, सामान्य भविष्य निधि एवं ग्रुप बीमा का लाभ सभी शिक्षकों को उपलब्ध कराने, शिक्षकों के अप्रशिक्षित आश्रितों की अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति, समान स्कूल प्रणाली लागू करने की मांगें शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि जब तक मांगें नहीं पूरी होती तब तक शिक्षक शांतिपूर्ण आंदोलन करते रहेंगे. उल्लेखनीय है कि सरकार ने पूर्व में पांच सितंबर को सभी स्कूल खोलने और शिक्षकों को उपस्थित रहने का निर्देश जारी किया था.
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