नई दिल्ली:
दिल्ली में नर्सरी एडमिशन फिर से शुरु होने वाले हैं. जिसके चलते माता-पिताओं ने अपने बच्चों के एडमिशन कराने के लिए अभी से कमर कसनी शुरु कर दी है. दिल्ली में नर्सरी क्लास में बच्चे के एडमिशन के लिए किसी भी स्कूल में एक सीट भी हासिल करना कोई आसान काम नहीं है. वहीं अगर आप नर्सरी एडमिशन के लिए पहली बार अप्लाई करने जा रहे हैं और अपनी टेंशन कम करना चाहते हैं, तो एक बार बच्चे का दाखिला कराने से पहले जरूर फॉलो करें ये टिप्स...
क्राईटेरिया एंड रूल्स
ज्यादातर फर्स्ट टाइम एडमिशन के लिए अप्लाई करने वाले पेरेंट्स को एडमिशन से जुड़े रूल्स और क्राईटेरिया से जुड़ी सभी अहम बातें नहीं पता होती हैं, जिसके चलते उन्हें बच्चे के दाखिले को लेकर अधिक कठनाईयों का सामना करना पड़ता है. आपको बता दें कि पिछले साल तक नर्सरी एडमिशन प्रक्रिया से जुड़े तीन मुख्य क्राईटेरिया थे, जिनके आधार पर स्कूल बच्चों को प्वाइंट्स देते थे...
1. माता या पिता में से कोई एक उसी स्कूल का पास आउट होना चाहिए, जिसमें बच्चे का एडमिशन कराना है.
2. या फिर उस स्कूल में बच्चे का कोई भी सिबलिंग पढ़ रहा हो.
3. इसके अलावा अगर कोई पड़ोसी उस स्कूल में पढ़ रहा हो, जिसमें एडमिशन लेना चाहते हैं तब भी बच्चे को एडमिशन में मदद मिल सकती है.
हालांकि दिल्ली डायरेक्टोरेट ऑफ एजुकेशन (DoE) इस साल क्राइटेरिया को लेकर क्या कदम उठाने वाला है. इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है, क्योंकी हाल ही में DoE ने सूचित किया था कि नर्सरी एडमिशन शुरु होने से पहले सार्वजनिक भूमि पर बने स्कूलों को लेकर नई गाइडलाइंस लाईं जाएंगी. ऐसे में जब भी आप बच्चे के एडमिश के लिए अप्लाई करें, तो एक बार ये जरूर देख लें कि कौन सा स्कूल क्राईटेरिया के आधार पर कितने प्वाइंट्स दे रहा है.
सही स्कूल का चयन
एडमिशन कराने से पहले सही स्कूल का चयन करना बेहद अहम है. कोशिश करें की बच्चे का एडमिशन किसी प्रमुख स्कूल में कराए, जहां उसे नर्सरी पूरी करने के बाद एडमिशन के लिए किसी दूसरे स्कूल में न जाना पड़े और वो अपनी आगे की पढ़ाई उसी स्कूल में जारी रख सके. इससे बार-बार बच्चे के एडमिशन को लेकर टेंशन नहीं लेनी पड़ेगी. इसके अलावा आपको स्कूल की फीस, लोकप्रियता, पढ़ाई आदि के बारे में भी जानकारी जुटा लेनी चाहिए.
रिसर्च करें
एडमिशन प्रक्रिया में जुटने से पहले जितना हो सके खुद से रिसर्च करें. इसके लिए अन्य बच्चों के माता-पिताओं से बात करें. उनसे एडमिशन प्रक्रिया से जुड़े टिप्स लें. साथ ही उन स्कूल्स की लिस्ट भी बना लें, जिसमें आप बच्चे का एडमिशन कराना चाहते हैं.
रजिस्ट्रेशन
कुछ पेरेंट्स सिर्फ उन स्कूल्स में ही अपने बच्चे के लिए अप्लाई करते हैं, जिनमें वह अपने बच्चे को पढ़ते देखना चाहते हैं, लेकिन अगर आप पहली बार एडमिशन के लिए अप्लाई करने जा रहे हैं, तो भूल के भी ये गलती न करें. आपको हमेशा ज्यादा से ज्यादा स्कूल्स में अप्लाई करना चाहिए. इसके बाद जिस स्कूल में सीट मिल जाए उसे पहले ब्लॉक कर लें और इसके बाद आप जो ड्रीम स्कूल आपने बच्चे के लिए चुना है उसकी लिस्ट आने का इंतजार करें. अगर आपको मनपसंदीदा स्कूल मिल जाता है, तो आप पहले वाली सीट को बाद में कैंसिल करा सकते हैं.
अहम तारीखें
आपको बता दें कि दिल्ली नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया 2 जनवरी, 2017 से शुरु हो चुकी है और एप्लीकेशन जमा कराने की आखिरी तारीख 23 जनवरी है. वहीं स्कूल्स 15 फरवरी, 2017 को अपनी पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी करेंगे. जबकि दूसरी लिस्ट 29 फरवरी तक आने की संभावना है. एडमिशन प्रक्रिया 31 मार्च, 2017 तक चलेगी.
क्राईटेरिया एंड रूल्स
ज्यादातर फर्स्ट टाइम एडमिशन के लिए अप्लाई करने वाले पेरेंट्स को एडमिशन से जुड़े रूल्स और क्राईटेरिया से जुड़ी सभी अहम बातें नहीं पता होती हैं, जिसके चलते उन्हें बच्चे के दाखिले को लेकर अधिक कठनाईयों का सामना करना पड़ता है. आपको बता दें कि पिछले साल तक नर्सरी एडमिशन प्रक्रिया से जुड़े तीन मुख्य क्राईटेरिया थे, जिनके आधार पर स्कूल बच्चों को प्वाइंट्स देते थे...
1. माता या पिता में से कोई एक उसी स्कूल का पास आउट होना चाहिए, जिसमें बच्चे का एडमिशन कराना है.
2. या फिर उस स्कूल में बच्चे का कोई भी सिबलिंग पढ़ रहा हो.
3. इसके अलावा अगर कोई पड़ोसी उस स्कूल में पढ़ रहा हो, जिसमें एडमिशन लेना चाहते हैं तब भी बच्चे को एडमिशन में मदद मिल सकती है.
हालांकि दिल्ली डायरेक्टोरेट ऑफ एजुकेशन (DoE) इस साल क्राइटेरिया को लेकर क्या कदम उठाने वाला है. इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है, क्योंकी हाल ही में DoE ने सूचित किया था कि नर्सरी एडमिशन शुरु होने से पहले सार्वजनिक भूमि पर बने स्कूलों को लेकर नई गाइडलाइंस लाईं जाएंगी. ऐसे में जब भी आप बच्चे के एडमिश के लिए अप्लाई करें, तो एक बार ये जरूर देख लें कि कौन सा स्कूल क्राईटेरिया के आधार पर कितने प्वाइंट्स दे रहा है.
सही स्कूल का चयन
एडमिशन कराने से पहले सही स्कूल का चयन करना बेहद अहम है. कोशिश करें की बच्चे का एडमिशन किसी प्रमुख स्कूल में कराए, जहां उसे नर्सरी पूरी करने के बाद एडमिशन के लिए किसी दूसरे स्कूल में न जाना पड़े और वो अपनी आगे की पढ़ाई उसी स्कूल में जारी रख सके. इससे बार-बार बच्चे के एडमिशन को लेकर टेंशन नहीं लेनी पड़ेगी. इसके अलावा आपको स्कूल की फीस, लोकप्रियता, पढ़ाई आदि के बारे में भी जानकारी जुटा लेनी चाहिए.
रिसर्च करें
एडमिशन प्रक्रिया में जुटने से पहले जितना हो सके खुद से रिसर्च करें. इसके लिए अन्य बच्चों के माता-पिताओं से बात करें. उनसे एडमिशन प्रक्रिया से जुड़े टिप्स लें. साथ ही उन स्कूल्स की लिस्ट भी बना लें, जिसमें आप बच्चे का एडमिशन कराना चाहते हैं.
रजिस्ट्रेशन
कुछ पेरेंट्स सिर्फ उन स्कूल्स में ही अपने बच्चे के लिए अप्लाई करते हैं, जिनमें वह अपने बच्चे को पढ़ते देखना चाहते हैं, लेकिन अगर आप पहली बार एडमिशन के लिए अप्लाई करने जा रहे हैं, तो भूल के भी ये गलती न करें. आपको हमेशा ज्यादा से ज्यादा स्कूल्स में अप्लाई करना चाहिए. इसके बाद जिस स्कूल में सीट मिल जाए उसे पहले ब्लॉक कर लें और इसके बाद आप जो ड्रीम स्कूल आपने बच्चे के लिए चुना है उसकी लिस्ट आने का इंतजार करें. अगर आपको मनपसंदीदा स्कूल मिल जाता है, तो आप पहले वाली सीट को बाद में कैंसिल करा सकते हैं.
अहम तारीखें
आपको बता दें कि दिल्ली नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया 2 जनवरी, 2017 से शुरु हो चुकी है और एप्लीकेशन जमा कराने की आखिरी तारीख 23 जनवरी है. वहीं स्कूल्स 15 फरवरी, 2017 को अपनी पहली कैंडिडेट लिस्ट जारी करेंगे. जबकि दूसरी लिस्ट 29 फरवरी तक आने की संभावना है. एडमिशन प्रक्रिया 31 मार्च, 2017 तक चलेगी.
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