
उत्तर प्रदेश आरक्षी (पुलिस कांस्टेबल) भर्ती परीक्षा उत्तीर्णकर उन्नाव जिले की तीन बहनों ने केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि अपने दिवंगत पिता के अधूरे सपने को भी साकार किया. परिजनों ने अपनी खुशी मंगलवार को साझा की. सोनभद्र जिले के एक किसान की तीन बेटियों ने भी इस परीक्षा में सफलता हासिल कर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है.
उन्नाव जिले के हसनगंज तहसील के सुंदरपुर गांव निवासी कल्पना (25) और उनकी दो छोटी बहनों, अर्चना एवं सुलोचना ने होली के दिन जारी हुई सिपाही (आरक्षी) भर्ती परीक्षा की चयन सूची में अपनी जगह बनायी. तीनों बहनों की इस सफलता से उनका परिवार गदगद है.
परिवार के सदस्यों ने बताया कि कल्पना के पिता रवींद्र कुमार होमगार्ड थे, लेकिन 2017 में बीमारी के कारण उनका निधन हो गया था. उन्होंने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद कल्पना ने ‘मृतक आश्रित कोटे' में होमगार्ड की नौकरी प्राप्त की और अपनी मां, राजकुमारी, दो बहनों और छोटे भाई की जिम्मेदारी उठाई.
शहर के सिविल लाइंस में रहकर तीनों बहनों ने कड़ी मेहनत की और सिपाही भर्ती परीक्षा दी. परिणाम घोषित होने पर एक साथ तीनों का चयन हुआ, जिससे उनके सपनों को उड़ान मिल गई. कल्पना ने बताया ,‘‘पिता के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर थी. अब जब हम तीनों बहनें पुलिस में चयनित हो गई हैं, तो छोटे भाई का भविष्य संवारना मेरा अगला संकल्प है.''
कल्पना की मां राजकुमारी बेटियों की इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं और उन्होंने कहा,‘‘मेरी बेटियों ने मेरे और स्वर्गीय पति के सपनों को पूरा कर दिया. अब मैं निश्चिंत हूं.''
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने 13 मार्च को सीधी भर्ती-2023 के तहत पुलिस आरक्षी पदों के लिए 60,244 उम्मीदवारों के चयन की घोषणा की थी. पिछले साल 17 और 18 फरवरी को शुरू में आयोजित भर्ती परीक्षा को पेपर लीक के आरोपों के कारण रद्द कर दिया गया था. यह घटना आम चुनाव के दौरान एक राजनीतिक मुद्दा भी बन गई थी, जिसके कारण राज्य सरकार ने अगस्त में फिर से परीक्षा आयोजित होने पर परीक्षा केंद्रों पर कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए थे. भर्ती अभियान के प्रति जबर्दस्त उत्साह देखा गया जिसमें 60,244 पदों के लिए 48,17,441 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था.
सोनभद्र जिले के थाना कर्मा क्षेत्र की रहने वाली तीन बहनों ने भी अपनी मेहनत और लगन के बल पर उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में सफलता प्राप्त कर न केवल अपने माता-पिता बल्कि अपने गांव और क्षेत्र का भी नाम रोशन किया.
कर्मा थाना क्षेत्र के करकी गांव के निवासी पेशे से किसान अनिल सिंह पटेल की पुत्रियां सुमन सिंह पटेल, मंजू सिंह पटेल और आराधना सिंह पटेल ने एक साथ सिपाही भर्ती परीक्षा में भाग लिया था और तीनों बहनों ने सफलता प्राप्त की.
प्रतियोगिता में सफलता प्राप्त करने वाली बहनों में से एक सुमन सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि उसकी माता गृहणी तथा पिता किसान हैं और उसके दादा यज्ञ नारायण सिंह पटेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे .
तीनों बहनों ने अपनी माध्यमिक स्तर की शिक्षा हंस वाहिनी इंटरमीडिएट कॉलेज (कसया कला) से और आगे की शिक्षा जे पी एस महाविद्यालय( कसया कला) से पूरी की थी. उन्होंने बताया कि उनके दादाजी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे जिनके आदर्शों पर चलते हुए उनकी शुरू से ही पुलिस में जाकर देश और समाज की सेवा करने की इच्छा थी.
सुमन ने बताया कि उसके इस प्रयास में उसके सभी गुरुजनों, माता पिता ,उसके पति एवं ससुराल पक्ष के सभी सदस्यों का पूरा सहयोग रहा l उन्होंने बताया कि सभी बहनों ने घर पर रहकर एवं ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से पूरी तैयारी किया था.
आराधना सिंह पटेल ने बताया कि वह अपनी बहनों में सबसे छोटी हैं. अपनी सफलता का पूरा श्रेय उन्होंने अपने माता पिता तथा परिवार के अन्य सदस्यों के साथ ही गुरुजनों को भी दिया.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं