नई दिल्ली:
एनआईआरएफ (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) के अनुसार कर्नाटक के बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान को देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में पहला स्थान मिला है, जबकि प्रबंधन संस्थानों में गुजरात के भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद को शीर्ष स्थान मिला है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सोमवार को एनआईआरएफ के तहत भारतीय संस्थानों की रैंकिंग का दूसरा संस्करण जारी किया. इसके तहत बेंगलुरु आईआईएससी को भारत के शीर्ष विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है. देखें टॉप 10 में कौन सी यूनिवर्सिटी किस स्थान पर है...
यूनिवर्सिटी
मैनेजमेंट संस्थान
इंस्टीट्यूट
पिछली रैंकिंग में भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर को शीर्ष विश्वविद्यालय का खिताब मिला था वहीं इंजीनियरिंग संस्थान में आईआईटी मद्रास पहले स्थान पर रहा था. इसके अलावा प्रबंधन संस्थान की श्रेणी में भारतीय प्रबंध संस्थान, बंगलौर ने पहले स्थान पर जगह बनाई थी. (ये हैं टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज).
एनआईआरएफ ने विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंधन संस्थाओं के लिए गत वर्ष चार अप्रैल को पहली भारतीय रैंकिंग, 2016 प्रस्तुत की थी. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बताया रविवार को बताया था कि एनआईआरएफ पांच व्यापक मापदंडों के आधार पर संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करता है. इनमें शिक्षण-अधिगम संसाधन, अनुसंधान एवं व्यावसायिक प्रक्रियाएं, पहुंच एवं समावेशिता, अवर स्नातक परिणाम और अवधारणा जैसे मानक शामिल हैं. पिछले साल इसमें विभिन्न क्षेत्रों के 3563 संस्थानों को शामिल किया गया और इस साल कुछ कम संस्थान शामिल हुए हैं. इस वर्ष 2735 संस्थानों ने हिस्सा लिया है जिनमें 43 मेडिकल कॉलेज और 49 लॉ कॉलेज पहली बार इसमें शामिल हुए हैं.
मंत्री ने कहा था कि इसमें देश के संस्थानों की रैंकिंग को वैज्ञानिक तरीके से मापा जाता है जिससे छात्रों को शिक्षण संस्थान का चुनाव करने में मदद मिल सके. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संस्थानों की रैंकिंग के बारे में मंत्रालय का कहना है कि वैश्विक स्तर पर भारतीय शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग को लेकर उनमें सुधार की काफी संभावनाएं हैं. मंत्रालय का कहना है कि इस प्रक्रिया में 80-90 हजार विद्वान अमेरिका और पश्चिमी देशों के होते हैं लेकिन भारत सरकार अब भारतवंशी समुदाय को इस संबंध में अपने साथ जोड़ रही है तथा अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों को यहां पढ़ाने के लिए आमंत्रित किया जाता है जिससे निश्चित रूप से सुधार होगा.
यूनिवर्सिटी
- भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर
- जवाहरहल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र, बैंगलोर
- जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
- अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई
- हैदराबाद विश्वविद्यालय
- दिल्ली विश्वविद्यालय
- अमृता विश्व विद्यापीठ, कोयम्बटूर
- सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय
- मिरांडा हाउस कॉलेज, नई दिल्ली
- लोयला कॉलेज, कॉलेज
- श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, नई दिल्ली
- हेबर कॉलेज, तिरूचिरापल्ली
- आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज, नई दिल्ली
- सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता
- लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
- दयाल सिंह कॉलेज, नई दिल्ली
- दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, नई दिल्ली
- वुमन क्रिश्चियन कॉलेज, चेन्नई
मैनेजमेंट संस्थान
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, बेंगलूर
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, कलकत्ता
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, लखनऊ
- भारतीय प्रबंधन संस्थान, कोझिकोड
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली - प्रबंधन स्कूल
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर-प्रबंधन स्कूल
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की-प्रबंधन स्कूल
- एक्सएलआरआई
- इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, इंदौर
इंस्टीट्यूट
- भारतीय विज्ञान संस्थान, बेंगलुरु
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मुम्बई
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू)
पिछली रैंकिंग में भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर को शीर्ष विश्वविद्यालय का खिताब मिला था वहीं इंजीनियरिंग संस्थान में आईआईटी मद्रास पहले स्थान पर रहा था. इसके अलावा प्रबंधन संस्थान की श्रेणी में भारतीय प्रबंध संस्थान, बंगलौर ने पहले स्थान पर जगह बनाई थी. (ये हैं टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज).
एनआईआरएफ ने विश्वविद्यालयों, इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंधन संस्थाओं के लिए गत वर्ष चार अप्रैल को पहली भारतीय रैंकिंग, 2016 प्रस्तुत की थी. मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बताया रविवार को बताया था कि एनआईआरएफ पांच व्यापक मापदंडों के आधार पर संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करता है. इनमें शिक्षण-अधिगम संसाधन, अनुसंधान एवं व्यावसायिक प्रक्रियाएं, पहुंच एवं समावेशिता, अवर स्नातक परिणाम और अवधारणा जैसे मानक शामिल हैं. पिछले साल इसमें विभिन्न क्षेत्रों के 3563 संस्थानों को शामिल किया गया और इस साल कुछ कम संस्थान शामिल हुए हैं. इस वर्ष 2735 संस्थानों ने हिस्सा लिया है जिनमें 43 मेडिकल कॉलेज और 49 लॉ कॉलेज पहली बार इसमें शामिल हुए हैं.
मंत्री ने कहा था कि इसमें देश के संस्थानों की रैंकिंग को वैज्ञानिक तरीके से मापा जाता है जिससे छात्रों को शिक्षण संस्थान का चुनाव करने में मदद मिल सके. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संस्थानों की रैंकिंग के बारे में मंत्रालय का कहना है कि वैश्विक स्तर पर भारतीय शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग को लेकर उनमें सुधार की काफी संभावनाएं हैं. मंत्रालय का कहना है कि इस प्रक्रिया में 80-90 हजार विद्वान अमेरिका और पश्चिमी देशों के होते हैं लेकिन भारत सरकार अब भारतवंशी समुदाय को इस संबंध में अपने साथ जोड़ रही है तथा अंतरराष्ट्रीय शिक्षकों को यहां पढ़ाने के लिए आमंत्रित किया जाता है जिससे निश्चित रूप से सुधार होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं