लखनऊ यूनिवर्सिटी ने नई पहली शुरू की है
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की राजधानी में स्थित लखनऊ यूनिवर्सिटी ने अपने स्टूडेंट के लिए एक नई पहल शुरू की है. इसके चलते अब स्टूडेंट को अपनी अपनी आंसर शीट देखने के लिए सूचना के अधिकार का सहारा नहीं लेना पड़ेगा. यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि इसके लिए एक ऑनलाइन सिस्टम तैयार कराया जा रहा है जिसके तहत स्टूडेंट को चेक की जा चुकी कॉपियां ई-मेल के जरिए घर बैठे मिल जाएंगी.
जब लखनऊ विश्वविद्यालय ने छात्रों को दी चेतावनी
यूनिवर्सिटी प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक स्टूडेंट को अब कॉपियों को देखने के लिए सूचना के अधिकार का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है. यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने इसका खाका तैयार कर लिया है. अगले सत्र से इसे लागू करने पर विचार चल रहा है.
अधिकारियों की मानें तो इस सहूलियत से स्टूडेंट को फॉर्म भरने के लिए न तो लाइन लगानी होगी और न ही इसके लिए यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने पड़ेंगे. अब तक की व्यवस्था के मुताबिक एग्जाम की कॉपी देखने के लिए स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी में आवेदन करना होता है.
आवेदन के बाद स्टूडेंट के मोबाइल पर मैसेज आता है. कई बार मैसेज न आने से स्टूडेंट को इसका पता नहीं चल पाता और कॉपियों को देखने की समय सीमा बीत जाती है. नई प्रक्रिया के अमल में आने के बाद टूडेंटे राहत मिल जाएगी.
लखनऊ यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रोफेसर ए.के. शर्मा के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रशासन इसकी तैयारी में जुटा है. ऑनलाइन सिस्टम तैयार किया जा रहा है. इसे जल्द ही लागू कराने की कोशिश की जाएगी.
Video: देश के विश्वविद्यालयों की बदहाली की दास्तान
जब लखनऊ विश्वविद्यालय ने छात्रों को दी चेतावनी
यूनिवर्सिटी प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक स्टूडेंट को अब कॉपियों को देखने के लिए सूचना के अधिकार का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं है. यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने इसका खाका तैयार कर लिया है. अगले सत्र से इसे लागू करने पर विचार चल रहा है.
अधिकारियों की मानें तो इस सहूलियत से स्टूडेंट को फॉर्म भरने के लिए न तो लाइन लगानी होगी और न ही इसके लिए यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने पड़ेंगे. अब तक की व्यवस्था के मुताबिक एग्जाम की कॉपी देखने के लिए स्टूडेंट को यूनिवर्सिटी में आवेदन करना होता है.
आवेदन के बाद स्टूडेंट के मोबाइल पर मैसेज आता है. कई बार मैसेज न आने से स्टूडेंट को इसका पता नहीं चल पाता और कॉपियों को देखने की समय सीमा बीत जाती है. नई प्रक्रिया के अमल में आने के बाद टूडेंटे राहत मिल जाएगी.
लखनऊ यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रोफेसर ए.के. शर्मा के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रशासन इसकी तैयारी में जुटा है. ऑनलाइन सिस्टम तैयार किया जा रहा है. इसे जल्द ही लागू कराने की कोशिश की जाएगी.
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