खगोलविदों ने बुधवार को ब्लैक होल (Black Hole) की पहली तस्वीर जारी की. ब्रह्माण्ड में मौजूद ब्लैक होल (Black Hole First Image) में मजबूत गुरुत्वाकर्षण होता है और यह तारों को निगल जाता है. खगोलविदों ने ब्रसेल्स, शंघाई, टोक्यो, सैंटियागो, वाशिंगटन और ताइपे में अलग-अलग संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गहरे रंग की आकृति के पीछे से नारंगी रंग की गैस और प्लाजमा आकाशगंगा में पांच करोड़ प्रकाशवर्ष दूर एक गहरे काले गोले को दिखाता है, जिसे एम87 कहते हैं. तस्वीर बनाने के लिए जरूरी डेटा को ईवेन्ट होराइजन टेलिस्कोप की मदद से अप्रैल 2017 में इकट्ठा किया गया था.
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के खगोलविद् और ब्लैक होल के एक विशेषज्ञ पॉल मैक्नमारा ने कहा था, ''पिछले 50 वर्ष से अधिक समय से वैज्ञानिकों ने देखा है कि हमारी आकाशगंगा के केंद्र में कुछ बहुत चमकीला है.'' उन्होंने बताया कि ब्लैक होल में इतना मजबूत गुरुत्वाकर्षण है कि तारे 20 वर्ष में इसकी परिक्रमा करते हैं. हमारी सौर प्रणाली में आकाशगंगा की परिक्रमा में 23 करोड़ साल लगते हैं.
क्या है ब्लैक होल
ब्लैक होल ऐसी खगोलीय शक्ति है, जिसका गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र काफी शक्तिशाली होता है. इसके खिंचाव से कुछ नहीं बच सकता. ब्लैक होल के चारों ओर एक सीमा होती है. उस सीमा को घटना क्षितिज कहा जाता है. उसमें वस्तुएं गिर तो सकती है लेकिन वापस नहीं आ सकती. इसलिए इसे ब्लैक होल कहा जाता है. क्योंकि यह अपने ऊपर पड़ने वाले सारे प्रकाश को अवशोषित कर लेता है. और उसके बदले में कुछ भी परावर्तित नहीं करता है.
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