लंदन:
ऑफिस पर निष्पक्ष माहौल से जहां सकारात्मकता का संचार होता है, वहीं कर्मचारियों की सेहत भी सुधरती है। एक नए शोध से यह जानकारी मिली है। इसमें बताया गया है कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य के आधार पर कंपनियों का मूल्यांकन करना चाहिए।
इस शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि जब निष्पक्षता के बारे में धारणा बदलती है तो कर्मियों के स्वास्थ्य पर भी उसका असर पड़ता है। जिन्हें बेहतर निष्पक्ष माहौल मिलता है, उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगलिया की लेक्चरर कोनस्टांजे एब का कहना है, "हमारे शोध से पता चलता है कि कैसे कार्यस्थल पर निष्पक्षता और कर्मचारियों का स्वास्थ्य समय के साथ जुड़ जाते हैं।"
एब ने कहा, "जिन लोगों को ऐसा प्रतीत होता है कि उनके साथ निष्पक्ष व्यवहार हो रहा है, वे अपने काम के प्रति ज्यादा प्रेरित होते हैं और अपनी कंपनी के लिए अतिरिक्त काम करने को भी तैयार रहते हैं। साथ ही उनके अधिक स्वस्थ होने की भी संभावना होती है। वे सकारात्मक सोचते हैं और उनकी जीवनशैली भी सक्रिय होती है।"
इसके अलावा कर्मचारियों के साथ कार्यालय में होने वाला व्यवहार भी उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह शोध वर्क, एनवायरोनमेंट एंड हेल्थ जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस शोध के दौरान स्वीडन के 5,800 लोगों का सर्वेक्षण किया गया। उनसे उनके स्वास्थ्य के बारे में मूल्यांकन करने को कहा गया जिसमें एक से पांच तक के पैमाने पर 'बहुत अच्छा' से लेकर 'बहुत खराब' तक की रैंकिंग देनी थी।
इस शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि जब निष्पक्षता के बारे में धारणा बदलती है तो कर्मियों के स्वास्थ्य पर भी उसका असर पड़ता है। जिन्हें बेहतर निष्पक्ष माहौल मिलता है, उनका स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंगलिया की लेक्चरर कोनस्टांजे एब का कहना है, "हमारे शोध से पता चलता है कि कैसे कार्यस्थल पर निष्पक्षता और कर्मचारियों का स्वास्थ्य समय के साथ जुड़ जाते हैं।"
एब ने कहा, "जिन लोगों को ऐसा प्रतीत होता है कि उनके साथ निष्पक्ष व्यवहार हो रहा है, वे अपने काम के प्रति ज्यादा प्रेरित होते हैं और अपनी कंपनी के लिए अतिरिक्त काम करने को भी तैयार रहते हैं। साथ ही उनके अधिक स्वस्थ होने की भी संभावना होती है। वे सकारात्मक सोचते हैं और उनकी जीवनशैली भी सक्रिय होती है।"
इसके अलावा कर्मचारियों के साथ कार्यालय में होने वाला व्यवहार भी उनके स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। यह शोध वर्क, एनवायरोनमेंट एंड हेल्थ जर्नल में प्रकाशित किया गया है। इस शोध के दौरान स्वीडन के 5,800 लोगों का सर्वेक्षण किया गया। उनसे उनके स्वास्थ्य के बारे में मूल्यांकन करने को कहा गया जिसमें एक से पांच तक के पैमाने पर 'बहुत अच्छा' से लेकर 'बहुत खराब' तक की रैंकिंग देनी थी।
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