पेशेवर सेवा प्रदाता डेलायट ने रविवार को कहा कि वह भारत में एक करोड़ बालिकाओं और महिलाओं को शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी. इसका मकसद उन्हें बदलते समय के साथ नए काम प्राप्त करने के लिए तैयार करना है. डेलायट ने एक बयान में कहा कि यह कार्य कंपनी की वैश्विक पहल ‘वर्ल्ड क्लास' के अंतर्गत किया जाएगा. इस पहल का मकसद शिक्षा और कौशल विकास के जरिए 2030 तक एक करोड़ बालिकाओं और महिलाओं को समर्थन उपलब्ध कराना है. बयान के अनुसार वैश्विक स्तर पर जारी ‘वर्ल्ड क्लास' पहल का उद्देश्य 5 करोड़ लोगों को भविष्य के कामकाज के लिए बेहतर रूप से तैयार करना है. यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के अनुरूप है. कंपनी के अनुसार डेलायट के भारत में इस कार्यक्रम के तहत लड़कियों के स्कूलों में पढ़ाई जारी रखने, शैक्षणिक परिणाम बेहतर करना तथा महिलाओं के लिए कौशल विकास करना है ताकि उनके लिए रोजगार के बेहतर मौके उपलब्ध हो सके.
इस पहल के लिए डेलायट कथा और प्रथम जैसे संगठनों के साथ भागीदारी करेगी. ये संगठन स्कूलों में लाखों बच्चों और युवाओं के साथ देश में विभिन्न समुदाय के लिए बेहतर शिक्षा के लिए काम कर रहे हैं. डेलायट के वैश्विक सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) पुनीति रंजन ने कहा, ‘‘हमारा मकसद वर्ल्ड क्लास पहल के जरिये 2030 तक 5 करोड़ लोगों को शिक्षा तथा कौशल से युक्त करना है ताकि वे नई अर्थव्यवस्था में सार्थक कार्य पा सके.''
उन्होंने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति के साथ दुनिया में व्यापक बदलाव आने को है और इसके लिए हमें साथ मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि कोई भी पीछे नहीं रहे.
(इनपुट-भाषा)
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