CBSE Board Exams 2020: सीबीएसई (CBSE) के एक अधिकारी के मुताबिक 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन करने में एक से डेढ़ महीने का समय लगेगा. खबरों के मुताबिक अभी तक CBSE की 10वीं और 12वीं बोर्ड की केवल 30 फीसदी कॉपियां ही चेक हो पाईं हैं. बची हुई परीक्षाओं के बारे में सवाल पूछे जाने पर बोर्ड के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अब सिर्फ महत्वपूर्ण पेपरों की ही परीक्षाएं होंगी और स्टूडेंट को कम से कम 10 दिन पहले इस बाबत सूचित किया जाएगा. इसी के साथ अधिकारी ने यह भी बताया कि पेंडिंग परीक्षाओं को लॉकडाउन के बाद ही आयोजित किया जाएगा. ऐसे में रिजल्ट के जल्द आने की कोई संभावना नहीं है.
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने यह भी कहा है कि 10वीं और 12वीं के 36 लाख स्टूडेंट्स के 2 करोड़ पेपरों का मूल्यांकन 2 लाख टीचरों की मदद से किया जाएगा.
अधिकारी ने यह भी कहा कि अभी उनके पास प्लान-ए है और वे उसे क्रियान्वित करने का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में अकादमिक गतिविधियों के लिए प्लान-बी की कोई जरूरत नहीं है.
आपको बता दें कि कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को बीच में ही रोक दिया था. इसके बाद अप्रैल के पहले हफ्ते में बोर्ड की तरफ से घोषणा की गई थी कि अब 10वीं की बची हुई परीक्षाओं को आयोजित नहीं किया जाएगा. वहीं, 12वीं के केवल मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं होंगी. इसके अलावा उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा के चलते जो स्टूडेंट बोर्ड की परीक्षाएं नहीं दे पाए थे उनके लिए एग्जाम फिर से आयोजित किए जाएंगे.
खबरों के मुताबिक, अगर सरकार सहमत होती है तो लॉकडाउन के खत्म होने के बाद 12वीं बची हुई परीक्षाओं को कराने के लिए बोर्ड को सिर्फ 10 दिन चाहिए.
इस बीच, मानव संसाधान विकास मंत्री रमोश पोखरियाल ने मंगलवार को राज्य के शिक्षा मंत्रियों से मुलाकात की. इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री का कार्यभार संभाल रहे मनीष सिसोदिया ने कहा कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं को कराना संभव नहीं है. ऐसे में इंटरनल नंबरों के आधार पर बोर्ड के स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाना चाहिए.
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