बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने मुद्रास्फीति, विकास और रोजगार को लेकर वित्तमंत्री पी चिदंबरम के सामने 18 सवाल रखे और अर्थव्यवस्था की बुनियाद कमजोर करने के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया।
यशवंत सिन्हा ने पूछा कि क्या यह सच्चाई है कि यूपीए सरकार के 10 साल के कुशासन के बाद आर्थिक विकास दर में एक बार फिर जबर्दस्त गिरावट आई है। लगातार सात तिमाहियों में जीडीपी विकास दर 5 प्रतिशत के नीचे रही।
चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही (अक्तूबर-दिसंबर) में जीडीपी दर 4.7 प्रतिशत थी। रोजगार सृजन के मुद्दे पर नेशनल सैम्पल सर्वे आर्गेनाइजेशन (एनएसएसओ) के एक सर्वे का हवाला देते हुए सिन्हा ने कहा कि 1999-2000 से 2004-05 के बीच छह करोड़ से अधिक नौकरियों के अवसर सृजित हुए, जबकि 2004-05 से 2011-12 के बीच यह आंकड़ा महज 1.5 करोड़ रहा।
उन्होंने कहा कि यूपीए-1 के शासन के शुरुआती चार साल के दौरान ऊंची विकास दर की वजह एनडीए सरकार के समय किए गए उपाय थे।