विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का विवाद निपटान निकाय भारत द्वारा इस्पात उत्पादों के मामले में अमेरिका के खिलाफ शिकायत पर 31 अगस्त को विचार करेगा।
भारत ने कुछ भारतीय इस्पात उत्पादों के आयात पर अमेरिकी शुल्कों का विरोध करते हुए अमेरिकी सरकार की शिकायत की है। भारत का कहना है कि अमेरिका ने उसके कुछ इस्पात उत्पादों (हॉट रोल्ड कार्बन) पर प्रतिपूर्ति शुल्क गलत ढंग से लगाए हैं। एक अधिकारी ने कहा, 'अमेरिका द्वारा लगाए गए शुल्क डब्ल्यूटीओ के नियमों के अनुसार नहीं हैं। इस मुद्दे पर डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान पैनल में विचार होगा।'
सरकारें अपने घरेलू निर्माताओं के हितों का हवाला देकर यह शुल्क लगा देती हैं। अमेरिका का कहना है कि भारतीय इस्पात कंपनियों को सार्वजनिक कंपनी से लौह अयस्क की खरीद पर सब्सिडी मिलती है।
रपटों के अनुसार अमेरिका ने दिसंबर 2001 में प्रतिशुल्क लगाया और इसे छह साल बाद बढ़ा दिया। यह शुल्क 102.7 प्रतिशत है।