वोडाफोन आइडिया (Vodafone-Idea) ने सोमवार को नए ब्रांड 'वी' (Vi) को लॉन्च किए जाने की घोषणा की. कंपनी ने एक बयान में बताया कि वोडाफोन और आइडिया ब्रांड अब 'वी' कहलाएंगे. यह री-ब्रांडिंग ऐसे वक्त में की गई है, जब देश के टेलीकॉम सेक्टर में भारी कर्ज़ों के बीच ज़ोरदार प्रतिस्पर्द्धा जारी है.
वोडाफोन आइडिया के प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD CEO) रवींद्र ठक्कर ने कहा, "वोडाफोन आइडिया का एक कंपनी के रूप में विलय दो साल पहले हुआ था... तब से हमने दो बड़े नेटवर्कों, हमारे लोगों तथा प्रक्रियाओं को इन्टीग्रेट करने पर फोकस किया है... और आज, मैं 'वी' को पेश करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं... यह वह ब्रांड होगा, जो हमारे ग्राहकों की ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बनेगा... भारतीय आशावादी होते हैं और ज़िन्दगी में आगे बढ़ना चाहते हैं..."
उन्होंने कहा, "उन्हें अपने सफर में सहायता के लिए विश्वसनीय साझीदार का आना पसंद आएगा... 'वी' का गठन इसी वादे के आधार पर किया गया है, और हम ग्राहकों को आगे बढ़ने में मदद देने पर ही फोकस करेंगे..."
वोडाफोन आइडिया ने प्रेस रिलीज़ में कहा कि उनका नया नाम भी सिर्फ वोडाफोन और आइडिया के प्रथमाक्षर नहीं, उससे कहीं ज़्यादा हैं. इसे 'वी' (अंग्रेज़ी शब्द We की तरह ) पढ़ा जाएगा, और इससे भारतीय समाज का सामूहिक स्वभाव सामने आता है. यह सिर्फ मेरे बारे में नहीं, विशेष रूप से 'हम' के बारे में है.
बता दें कि दो साल पहले वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर ने आपस में विलय कर लिया था, जिसके बाद कंपनी भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई थी और इसका नाम वोडाइफोन-आइडिया लिमिटेड रखा गया. विलय के वक्त ही कहा गया था कि कंपनी का शेयर मार्केट में 40 प्रतिशत के लगभग है. जुलाई, 2018 में इस विलय को टेलीकॉम डिपार्टमेंट से मंजूरी मिलने के बाद अगस्त में NCLT (National Company Law Tribunal) ने इसे मंजूरी दे दी थी.
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