भारत और यूरोपीय संघ के बीच वृहद मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ता जल्द पूर्ण होने की उम्मीद है। इससे दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापारिक और आर्थिक रिश्तों को बढ़ावा मिलेगा। इस वार्ता में पहले ही काफी विलंब हो चुका है।
सीआईआई के सालाना भागीदारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने कहा, ‘हमारी कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों के लिए बातचीत चल रही है। यूरोपीय संघ के साथ द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश करार (बीटीआईए) जल्द पूर्ण होने के कगार पर है।’
भारत अपने सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार यूरोपीय संघ के साथ 2007 से एफटीए के जरिये वस्तुओं, सेवाओं ओर निवेश को उदार बनाने के लिए बातचीत कर रहा है। एफटीए के तहत व्यापार से संबंधित 90 प्रतिशत शुल्कों को समाप्त किया जाएगा। इससे सेवाओं और निवेश के लिए दोनों बाजार खुल सकेंगे।
शर्मा ने कहा कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि अब भी नरम है और इसके एक बार फिर से मंदी की गिरफ्त में जाने का जोखिम बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जो ताजा संकेत मिल रहे हैं उनसे लगता है कि वैश्विक वृद्धि 3.5 फीसद पर कमजोर रहेगी। यह पिछले साल 3.2 फीसद रही थी।