ताइवान अक्तूबर-दिसंबर के दौरान मंदी के दौर में प्रवेश कर गया। शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय मांग में नरमी और चीन से प्रतिस्पर्धा बढ़ने से इस निर्यात केंद्रित द्वीप के प्रभावित होने से इसकी सालाना वृद्धि दर छह साल के न्यूनतम स्तर पर आ गई।
ताइवान की वृद्धि दर 2015 में 0.85 प्रतिशत रही, जबकि आधिकारिक अनुमान 1.06 प्रतिशत था। पूरे साल का आंकड़ा दिसंबर की तिमाही में अप्रत्याशित संकुचन से प्रभावित हुआ। बजट, लेखा एवं सांख्यिकी महानिदेशक ने एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रानिक उत्पादों की खेप की खपत की जा रही है, जो वैश्विक वृद्धि में नरमी से प्रभावित है।