शेयर कारोबार के लिए यह साल बेहतर रहा और लगातार दूसरे साल शेयरों में निवेश पर सोने-चांदी की तुलना में औसतन अधिक प्रतिफल मिला।
बंबई शेयर बाजार के मुख्य सूचकांक सेंसेक्स के आधार पर किए गए आकलन के अनुसार भारतीय शेयर बाजार में 2013 में निवेशकों को करीब नौ प्रतिशत का मुनाफा हुआ, जबकि इसी दौरान सोने की कीमत करीब तीन प्रतिशत कम हुई और चांदी का भाव 24 प्रतिशत घटा।
शेयर बाजार को लगभग लगभग एक दशक तक पछाड़ने के बाद सर्राफा बाजार दो साल से शेयर से पिट रहा है। रेलीगेयर सिक्योरिटीज के अध्यक्ष )खुदरा वितरण) जयंत मांगलिक ने कहा, सोने के मुनाफे में कमी मुख्य तौर पर फेडरल रिजर्व द्वारा बांड खरीद योजना धीरे-धीरे खत्म करने और भारतीय बाजारों में एफआईआई निवेश से जुड़ी आशंकाओं के कारण हुई।
मांगलिक ने कहा, वैश्विक बाजार में भी यही हाल रहा, क्योंकि 2013 के दौरान सोने की चमक कम हुई। बाजार की धमाकेदार वापसी हो रही है। उन्होंने कहा कि हमेशा की तरह इस साल भी सोने और शेयर की कीमतों में परस्पर विपरीत रुझान रहा।
एक विशेषज्ञ ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के कारण खुदरा निवेशकों में जोखिम उठाने की क्षमता फिर से आ गई है और इससे सोने जैसे सुरक्षित निवेश से धन निकालने का रुझान बढ़ा है, क्योंकि सोना पर मुनाफा कम हो रहा है। साल 2012 में सेंसेक्स में 25 प्रतिशत का मुनाफा दर्ज हुआ था, जबकि सोने में करीब 12.95 प्रतिशत का मुनाफा दर्ज हुआ।