सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी सेल में अपनी 5.82 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के लिए 63 रुपये प्रति शेयर का न्यूनतम मूल्य तय किया है। इन शेयरों की बिक्री शुक्रवार को की जाएगी। यह भाव सेल के शेयरों के आज के बंद भाव की तुलना में 1.41 फीसद कम है।
इन शेयरों के लिए न्यूनतम दर पर पूरी बिक्री से सरकार को करीब 1,514 करोड़ रुपये की राशि मिलेगी। यदि इस नीलामी को पूर्ण अभिदान मिल जाता है, तो चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से सरकार की प्राप्ति 23,800 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगी।
यह किसी एक साल में विनिवेश से प्राप्त होने वाली सबसे ज्यादा राशि है। हालांकि, यह विनिवेश के संशोधित लक्ष्य 24,000 करोड़ रुपये से कम है।
बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में सरकार ने कहा है, ‘‘सेल के शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश (ओएफएस) मार्ग से बिक्री के लिए न्यूनतम शेयर मूल्य 63 रुपये तय किया गया है।’’ यह पेशकश ऐसे समय आ रही है जब शेयर बाजारों में पिछले पांच दिन से गिरावट का दौर जारी है। इस दौरान बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में करीब 800 अंक का नुकसान दर्ज हुआ है।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘‘अधिकार प्राप्त मंत्री समूह ने सेल में हिस्सेदारी बिक्री के लिए 63 रुपये प्रति शेयर का न्यूनतम मूल्य तय किया है।’’ सरकार कल बिक्री के लिए पेशकश (ओएफएस) मार्ग से सेल में अपनी 5.82 प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 24.03 करोड़ शेयर बेचेगी।
एक असामान्य कदम के तहत उच्च अधिकार प्राप्त मंत्री समूह की आज लगातार दूसरे दिन बैठक हुई। यह बैठक सेल के शेयरों का न्यूनतम मूल्य तय करने के लिए बुलाई गई थी, क्योंकि पिछले एक सप्ताह में कंपनी के शेयरों में 8 प्रतिशत की गिरावट आई है।
वित्त मंत्री पी चिदंबरम की अगुवाई वाले अधिकार प्राप्त मंत्री समूह ने समझा जाता है कि कल ही शेयर का न्यूनतम मूल्य तय कर लिया था। इसकी घोषणा आज बाजार बंद होने के बाद की गई।
पूर्व की परंपरा से हटते हुए मंत्री समूह की आज दोबारा बैठक हुई। शेयरों में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर यह कदम उठाया गया। बंबई शेयर बाजार में सेल का शेयर आज 1.77 प्रतिशत के नुकसान से 63.90 रुपये पर बंद हुआ। पिछले साल मार्च से सेल के शेयर में 30 फीसद से अधिक की गिरावट आ चुकी है।