घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला बुधवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स 302 अंक से अधिक चढ़कर अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ. विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने तथा वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख से बाजार में तेजी रही. कारोबारियों के अनुसार, सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी में लिवाली से बाजार बढ़त में रहा.
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 302.30 अंक यानी 0.45 प्रतिशत की तेजी के साथ नये रिकॉर्ड स्तर 67,097.44 अंक पर बंद हुआ. यह पहली बार है जबकि सेंसेक्स 67,000 अंक के स्तर के पार बंद हुआ है. कारोबार के दौरान यह 376.24 अंक की तेजी के साथ अबतक के उच्चतम स्तर 67,171.38 अंक पर भी पहुंचा.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 83.90 अंक यानी 0.42 प्रतिशत की तेजी के साथ नये शिखर 19,833.15 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 102.45 अंक चढ़कर 19,851.70 अंक तक चला गया था.
सेंसेक्स के शेयरों में एनटीपीसी, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, भारतीय स्टेट बैंक, टाटा मोटर्स, आईटीसी, पावर ग्रिड और लार्सन एंड टुब्रो प्रमुख रूप से लाभ में रहें.
इंडसइंड बैंक का वित्तीय परिणाम आने के बाद बैंक का शेयर दो प्रतिशत चढ़ा. बैंक ने मंगलवार को कहा कि मुख्य रूप से आय बढ़ने और फंसे कर्ज के एवज में प्रावधान कम होने से उसका एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 30 प्रतिशत उछलकर 2,124.50 करोड़ रुपये रहा.
दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारती एयरटेल, मारुति, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं.
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली बनी हुई है. उन्होंने मंगलवार को 2,115.84 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी का रुख रहा. अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त में रहे.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘बाजार के उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद भी घरेलू निवेशकों का भरोसा भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बरकरार है. बाजार में तेजी चौतरफा है. इसका कारण घरेलू स्तर पर वृहद आर्थिक आंकड़े बेहतर होना तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का लगातार पूंजी प्रवाह है.''
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, शुरू में कुछ मुनाफावसूली हुई है, लेकिन बाद में वाहन और आईटी को छोड़कर अन्य प्रमुख शेयरों में लिवाली से बाजार चढ़ा. इसके अलावा वैश्विक स्तर पर महंगाई में नरमी की उम्मीद में दुनिया के अन्य बाजारों में तेजी से घरेलू बाजार को समर्थन मिल रहा है.''
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.4 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष के लिये 6.7 प्रतिशत पर कायम रखा है. एडीबी ने कहा कि मजबूत घरेलू मांग क्षेत्र में पुनरुद्धार को समर्थन देगी. इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत चढ़कर 80.11 डॉलर प्रति बैरल रहा.