विशेषज्ञों का मत है कि आम चुनाव से पहले बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक 22,000 अंक के आंकड़े को छू सकता है। कारोबारियों को उम्मीद है कि चुनाव के बाद केंद्र में एक स्थिर सरकार आर्थिक वृद्धि को गति देने के ठोस उपाय करेगी।
संवेदी सूचकांक इस समय 9 दिसंबर, 2013 को दर्ज 21,483.74 अंक के अब तक के रिकॉर्ड स्तर से 496.75 अंक दूर है। आशिका स्टॉक ब्रोकर्स के शोध प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, इस समय बाजार तेजी के मूड में है। बाजार चुनाव पूर्व तेजी के दौर की प्रक्रिया में है। चुनाव के बाद स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनना शेयर बाजार के लिए अनुकूल होगा और यही उम्मीद है कि चुनाव से पहले सेंसेक्स 22,000 के आंकड़े को छू सकता है।
पिछले विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी का अच्छा प्रदर्शन रहने पर 9 दिसंबर को देश का प्रमुख बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक 21,483.74 और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक 6,415.25 अंक के अब तक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था।
ऑगुमेंट फाइनेंसियल सर्विसिज के संस्थापक और सीईओ गजेंद्र नागपाल ने कहा, बाजार के लिए चुनाव काफी महत्वपूर्ण होते हैं। सत्ता में यदि स्थिर सरकार आती है, तो बाजार नई उंचाईयों पर पहुंच जाते हैं और यही वजह है कि चुनाव से पहले बाजार में गतिविधियां अपने चरम पर होती हैं।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार चुनावी वर्ष में शेयरों में चुनाव होने तक तेजी का रुख रहता है और यदि चुनाव परिणाम अनुकूल होते हैं, तो तेजी का रुझान जारी रहता है। एक विशेषज्ञ ने कहा कि ऐसी सरकार जो आर्थिक वृद्धि पर ध्यान दे और राजकोषीय घाटे को नियंत्रित करे, समूचे बाजार में तेजी का ज्वार ला सकती है।
सीएनआई रिसर्च के सीएमडी किशोर ओसवाल ने कहा, बाजार सीमित दायरे में रहेंगे। यदि तीसरा मोर्चा उभरता है, तो बाजार नीचे जा सकता है, लेकिन स्पष्ट बहुमत की सरकार बनने पर शेयरों में तेजी आ सकती है। सेंसेक्स इस महीने 777.73 अंक बढ़ चुका है।