माइक्रोसॉफ्ट के नवनियुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी, सत्या नडेला ने कहा कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह 78 अरब डॉलर की वैश्विक साफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसाफ्ट की जिम्मेदारी संभालेंगे।
माइक्रोसॉफ्ट विंडोज से संबंधित एक सम्मेलन के दौरान नडेला ने कहा, मेरा लालन-पालन भारत में हुआ और मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि माइक्रोसाफ्ट के सीईओ के रूप में मुझे आप सभी से बात करने का मौका मिलेगा। डेवलपर्स, व्यापार और प्रौद्योगिकी के बारे में निर्णय लेने वाले तथा आईटी पेशेवरों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, सही मायने में मेरी रुचि उस समय प्रौद्योगिकी से ज्यादा क्रिकेट में थी। इस साल फरवरी में नडेला माइक्रोसाफ्ट के सीईओ बने। उन्होंने स्टीव बालमर का स्थान लिया।
उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि एज्योर क्लाउड प्लेटफार्म शानदार है और इसके साथ भारत के लिए काफी मौके हैं..। विंडोज एज्योर खुला और लचीला क्लाउड प्लेटफार्म है। यह माइक्रोसाफ्ट प्रबंधित डेटा केंद्रों के वैश्विक नटवेर्क के एप्लीकेशन तैनात करने तथा उसके प्रबंधन में सक्षम है। माइक्रोसाफ्ट के 38 साल के इतिहास में बिल गेट्स, स्टीव बालमर के बाद नडेला तीसरे सीईओ हैं।