देश में सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में सितंबर में तीन महीने में पहली बार बढ़ोतरी दर्ज हुई. एक मासिक सर्वे में कहा गया है कि सितंबर में सेवा क्षेत्र माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन से पैदा हुई अड़चनों से उबरा. नए आर्डर मिलने से क्षेत्र में नए रोजगार के अवसरों का भी सृजन हुआ.
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निक्की इंडिया सर्विसेज का पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक सितंबर में बढ़कर 50.7 पर पहुंच गया, जो अगस्त में 47.5 पर था. इसका आशय सुधार से है. पीएमआई के तहत 50 से ऊपर का मतबल विस्तार से है जबकि इससे नीचे गिरावट को दर्शाता है.
सर्वे में कहा गया है कि कंपनियों के विपणन अभियान और मांग मजबूत होने से नए कारोबार में वृद्धि दर्ज की गई. सेवा क्षेत्र के पीएमआई से पहले मंगलवार को विनिर्माण क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े आए थे. इसमें भी सितंबर में लगातार दूसरे महीने औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि दर्ज हुई थी. विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की गतिविधियों का संकेतक निक्की इंडिया कम्पोजिट पीएमआई उत्पादन सूचकांक सितंबर में 51.1 पर पहुंच गया, जो अगस्त में 49 पर था.
आईएचएस मार्किट के अर्थशास्त्री तथा रिपोर्ट के लेखक आशना दोधिया ने कहा कि जुलाई में जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद अब भारत के निजी क्षेत्र में कुछ सुधार आ रहा है. विनिर्माण क्षेत्र के बाद सेवा क्षेत्र में भी वृद्धि दर्ज हुई है.