
PMC Bank Fraud Case में ED का बड़ा एक्शन.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कई करोड़ रुपये के पीएमसी (पंजाब एंड महाराष्ट्र सहकारी) बैंक धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में एचडीआईएल (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) समूह की कंपनियों के 233 करोड़ रुपये के अंशिक रूप से चुकता बाध्यकारी परिवर्तनीय तरजीही शेयरों को कुर्क किया है. निदेशालय ने कहा कि इन शेयरों के ‘बल पर' एचडीआईएल के पास डेवलपर आर्यमन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के मुंबई के घाटकोपर में 90,250 वर्ग फुट एफएसआई (तल क्षेत्र अनुपात) के निर्माणाधीन फ्लैटों के आवंटन का अधिकार था.
ईडी ने कहा,‘डेवलपर ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक वचन दिया है कि परियोजना के पूरा होने पर उसकी बिक्री, हस्तांतरण या किसी तीसरे पक्ष के अधिकारों का निर्माण नहीं किया जाएगा.'
एजेंसी ने हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) इसके प्रमोटर राकेश कुमार वधावन, उसके बेटे सारंग वधावन, इसके पूर्व अध्यक्ष वरियाम सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के खिलाफ अक्टूबर, 2019 में पीएमसी बैंक में कथित ऋण धोखाधड़ी की जांच के लिए धनशोधन का मामला दर्ज किया है.
इनके अलावा एजेंसी की जांच के दायरे में समरसेट कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, सर्वऑल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, सैफायर लैंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड, एमराल्ड रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, आवास डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, पृथ्वी रियल्टर्स एंड होटल्स प्राइवेट लिमिटेड और सत्यम रियल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रमोटर और अधिकारी शामिल हैं. राकेश वधावन और उनके पुत्र को निदेशालय ने अक्टूबर, 2019 में गिरफ्तार किया था तथा वह इस समय मुंबई की एक जेल में बंद हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)