तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट तथा रुपये में मजबूती के मद्देनजर पेट्रोल के दाम अगले सप्ताह एक से डेढ़ रुपये प्रति लिटर तक घट सकते हैं, लेकिन डीजल तथा रसोई गैस के दाम में एकमुश्त वृद्धि की संभावना अब भी बनी हुई है।
पेट्रोलियम सचिव विवेक राय ने कहा कि डीजल तथा रसोई गैस के दाम में एकमुश्त वृद्धि का मुद्दा 'राजनीतिक व आर्थिक चुनौती' है, जिससे हम भाग नहीं सकते। वे दिल्ली उत्पादकता परिषद द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा, कुछ बोझ तो ग्राहकों को भी उठाना होगा। सरकार के समक्ष यह चुनौती है। यह एक राजनीतिक चुनौती है। यह एक आर्थिक चुनौती है। यह ऐसी चुनौती है, जिससे हम भाग नहीं सकते। राय ने कहा कि सब्सिडी बोझ ऐसे स्तर पर पहुंच गया है, जिसे सरकारी बजट या तेल कंपनियां वहन नहीं कर सकतीं।
उन्होंने कहा कि रुपये में गिरावट से आयात महंगा होने के कारण बीते दो महीने में तेल सब्सिडी में 20,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है। बाद में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कीमतों में 50 पैसे प्रति लिटर से अधिक की बढ़ोतरी का फैसला सभी विकल्पों पर विचार के बाद किया जाएगा।
उन्होंने कहा, वित्तमंत्री (पी चिदंबरम) खुद कह चुके हैं कि इस फैसले पर बहुत सावधानी से विचार करना होगा, इसलिए मेरी राय में आगे का फैसला करने से पहले सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा। कई विकल्प उपलब्ध हैं। अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में नरमी तथा रुपये में मजबूती से 15-16 सितंबर को पेट्रोल के दाम घट सकते हैं।