तेल की कीमतों को लेकर बढ़ती नाराज़गी के बीच इंडियन ऑयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने संकेत दिया है कि फिलहाल कीमतों में राहत की संभावना नहीं है क्यों कि अंतरराष्ट्रीय तेल बाज़ार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब तक के सबसे उंचे स्तर पर पहुंच चुकी हैं. आम लोगों पर इसका दबाव साफ तौर पर झलकने लगा है. मंगलवार को मुंबई में पेट्रोल और महंगा होकर 84.70 रुपये लीटर पहुंच गया जबकि दिल्ली में पेट्रोल 76.87 रुपये लीटर हो गया. जबकि मंगलवार को डीज़ल भी मुंबई में रिकार्ड स्तर पर बढ़कर 72.48 रुपये लीटर और दिल्ली में डीज़ल 68.08 रुपये लीटर हो गया.
आल इंडिया पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसल ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि तेल महंगा होने से पेट्रोल पंपों पर बिक्री में 2% से 3% कर गिरावट का अनुमान है. अंतर्राष्ट्रीय तेल बाज़ार में दामों में हो रही बढ़ोत्तरी को देखते हुए राहत की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं दिख रही है. मंगलवार को इंडियन आयल के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय तेल बाज़ार में अनिश्चित्ता का माहौल बना हुआ है और ये कहना मुश्किल है कि तेल की कीमतें कब घटेंगी. साफ है सरकार पर आम आदमी को राहत दिलाने का दबाव बढ़ने लगा है.
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मोदी सरकार ने सत्ता में आने के बाद पेट्रोलियम पदार्थों पर एक्साइज़ ड्यूटी को कई बार बढ़ाया लेकिन सिर्फ एक बार ही घटाया. उद्योग संघ फिक्की की रिसर्च के मुताबिक नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता था. सरकार ने एक्साइज़ ड्यूटी को 9 बार बढाया और सिर्फ एक बार घटाया. सरकार ने पेट्रोल पर 11.77 रुपए लीटर और डीज़ल पर एक्साइज़ ड्यूटी को 13.47 रूपया लीटर तक बढ़ाया लेकिन सिर्फ 2 रूपया घटाया. यानी सरकार की कमाई लाखों करोड़ की हुई. अब मांग हो रही है कि सरकार मामले में दखल करे.
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बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी को लेकर गंभीर है और इससे निपटने की तैयारी की जा रही है. अमित शाह ने कहा, 'जहां तक तेल के दाम का सवाल है इसको सरकार गंभीरता से ले रही है. बुधवार को पेट्रोलियम मंत्री की सभी तेल कंपनियों के साथ मीटिंग है. एक फार्मूला के तहत दाम बढ़े हैं मुझे लगता है कि सरकार में उच्चतम स्तर पर इस पर चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा, अगले 2-3 दिन में सरकार इसका समाधान ढ़ूंढ़ने का प्रयास करेगी'. ये अहम है कि इंडियन आयल ने मंगलवार को एलान किया कि 2017-18 में टैक्स के बाद उसका मुनाफ़ा 21,346 करोड़ रहा.