सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह पेट्रोलियम उत्पादों और उर्वरकों की नियंत्रित कीमतों में वृद्धि के किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही है।
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि पेट्रोलियम उत्पादों और उर्वरकों की नियंत्रित कीमतों में वृद्धि करने का अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। सरकार डीजल, केरोसिन, घरेलू रसोई गैस की कीमतें तय करती है। उर्वरकों में यूरिया की कीमत सरकार द्वारा तय की जाती है।
सरकार ने सिद्धांत रूप में डीजल की कीमत को नियंत्रण मुक्त करने का फैसला किया है। हालांकि मुद्रास्फीति तथा विभिन्न वर्गों के विरोध के कारण अभी ऐसा नहीं किया गया है। चिदंबरम ने कहा कि सरकार नियमित रूप से कीमतों पर नजर रखती है और मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं।
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में बताया कि बढ़ते व्यय और संसाधन जुटाने के प्रयासों के बीच सरकार अपनी अर्द्धवार्षिक आर्थिक समीक्षा में राजकोषीय स्थिति की समीक्षा करेगी।
उन्होंने कहा कि मौजूदा राजकोषीय घाटा के लक्ष्य पर फिर से विचार किया जाएगा। सरकार का लक्ष्य राजकोषीय घाटे को मौजूदा 5.76 प्रतिशत से 5.1 प्रतिशत स्तर तक लाने का है। राजकोषीय सुदृढ़ीकरण पर जोर देते हुए चिदंबरम ने कहा कि सरकार चालू वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था पर करीबी नजर रख रही है।