भारतीय रिजर्व बैंक ने नए बैंक लाइसेंस देने के नियमों में ढील से इनकार करते हुए कहा कि हालांकि उसने आवेदनों की जांच शुरू कर दी है लेकिन इस प्रक्रिया में अभी कुछ समय लगेगा।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आनंद सिन्हा ने फिक्की के एक कार्य्रकम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'हमने आवेदनों की जांच शुरू कर दी है। यह काफी बड़ा काम है क्योंकि अब हम कारपोरेट घरानों पर विचार कर रहे हैं। इस लिहाज से काम काफी बड़ा है।' बैंकिंग सुपरविजन के प्रभारी सिन्हा ने कहा कि आंतरिक जांच पूरा होने के बाद रिजर्व बैंक बाहरी जांच समिति गठित करेगा।
सिन्हा ने नए लाइसेंस के लिए नियमों में ढील की संभावना को खारिज किया। इन नियमों में 500 करोड़ रुपये का निवल मूल्य भी शामिल है।
मौजूदा गवर्नर डी सुब्बाराव महीनेभर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं जिसको देखते हुए यह लगभग तय है कि नए बैंक लाइसेंस के मामले में वह फैसला नहीं करेंगे।