मैक-चिकन, मैक-आलू टिक्की और पनीर रैप का नाम सुनकर फास्ट फूड के शौकीन लोगों के मुंह में पानी आ जाना लाजिमी है. दुनियाभर में इन्हें पसंद करने वालों की तादाद लाखों करोड़ों में होगी, लेकिन यह बता पाना मुश्किल है कि इनमें से कितने लोगों को इस बात का इल्म होगा कि ऐसे स्वादिष्ट फास्ट-फूड को आप तक पहुंचाने वाली फास्ट फूड चेन मैकडॉनल्ड्स की शुरूआत 15 मई को ही हुई थी.
रिचर्ड और मौरिस मैकडॉनल्ड्स नाम के दो भाइयों ने 15 मई 1940 को कैलिफोर्निया के सैन बर्नार्डीनो में छोटा सा रेस्टोरेंट खोला था. लेकिन उन्हें शायह ही इस बात का अंदाजा होगा कि उनका यह छोटा सा रेस्टोरेंट एक ऐसा ब्रांड बन जाएगा जिसका नाम हर किसी की जुबां पर होगा. आज वही छोटा सा रेस्टोरेंट दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड चेन बन चुका है. फिलहाल मैकडॉनल्ड्स के 100 से ज्यादा देशों में 35,000 से ज्यादा आउटलेट्स हैं.
मैकडॉनल्ड्स ने 1970 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका से बाहर और अन्य देशों में अपने फूड ब्रांड का विस्तार करना शुरू किया. साल 1996 में मैकडॉनल्ड्स ने भारतीय बाजार में प्रवेश किया और देशी स्वाद और संस्कृतियों के साथ मैकडॉनल्ड्स ने कुछ नया पेश करना जारी रखा.
आज भारतीय बाजारों में McDonald ने ‘I'm lovin' it' के स्लोगन के साथ अपनी पहचान बनाई हुई है. फास्ट फूड लवर्स का यह फेवरेट स्पॉट बन गया है. यहां के बर्गर, फ्राइज सहित कई चीजों का स्वाद लोगों की जुबां पर होता है.