देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी इंफोसिस ने सोमवार को कहा कि उसने अपने यहां से 'कुछेक' लोगों को उनका काम अच्छा नहीं होने के कारण या कुछ अनुशासनात्मक मुद्दों पर काम से हटाया है. हालांकि कंपनी ने 500 लोगों को नौकरी से निकाले जाने की खबरों का खंडन किया.
कंपनी की एक प्रवक्ता ने कहा, 'हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इंफोसिस में कोई छंटनी नहीं की गई है. केवल कुछ लोगों को खराब कार्य-प्रदर्शन और अनुशासनात्मक मुद्दों के चलते काम से हटाया गया है. यह कंपनी की एक सामान्य प्रक्रिया है और पहले भी ऐसा किया जाता रहा है.'
प्रवक्ता ने कहा कि 500 लोगों को नौकरी से निकाले जाने की खबर 'गलत' है और यह संख्या 'सच्चाई से कोसों दूर' है. ऐसी खबरें थीं कि रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड के साथ कई करोड़ पौंड की डील रद्द होने के बाद इंफोसिस ने 500 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)