ADVERTISEMENT

आयकर विभाग ने कहा : कालाधन खुलासा योजना बंद होने को है, जल्द करें घोषणा

आयकर विभाग ने देश में अघोषित संपत्ति रखने वालों से कहा है कि वह ऐसी संपत्ति की घोषणा जल्द करें. घरेलू स्तर पर कालेधन की जानकारी देने के लिए शुरू की गई एकबारगी आयकर खुलासा योजना (आईडीएस) बंद होने में 20 दिन ही बचे हैं.
NDTV Profit हिंदीBhasha
NDTV Profit हिंदी07:57 PM IST, 10 Sep 2016NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

आयकर विभाग ने देश में अघोषित संपत्ति रखने वालों से कहा है कि वह ऐसी संपत्ति की घोषणा जल्द करें. घरेलू स्तर पर कालेधन की जानकारी देने के लिए शुरू की गई एकबारगी आयकर खुलासा योजना (आईडीएस) बंद होने में 20 दिन ही बचे हैं.

विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा है, 'आयकर खुलासा योजना 30 सितंबर, 2016 को बंद हो रही है. जल्दी करें, केवल 20 दिन बचे हैं, अभी घोषणा करें.' विभाग ने कहा कि आयकर विभाग के इंटरनेट आधारित ई-फाइलिंग पोर्टल के जरिये ऐसी परिसंपत्ति का खुलासे करने की भी व्यवस्था की गई है, जिससे जानकारी देने वाली की गोपनीयता बनी रहेगी.

सीबीडीटी ने आईडीएस पर छठा स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा था कि 30 सितंबर को समाप्त हो रही चार महीने की योजना को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा. आयकर विभाग की नीति निर्माता संस्था केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आय खुलासा योजना के बारे में विभिन्न प्रकार के सवालों के जवाब जारी किए हैं. ये जवाब कई किस्तों में जारी किए गए ताकि लोगों की शंका का समाधान किया जा सके.

सरकार ने हालांकि, इस योजना के तहत अघोषित संपत्तियों की घोषणा करने वालों की सुविधा के लिए टैक्स और जुर्माने के भुगतान की अवधि को बढ़ा दिया है. घोषित संपत्ति पर टैक्स और जुर्माने का भुगतान तीन किस्तों में किया जा सकेगा.

घोषित संपत्ति पर जो भी टैक्स और जुर्माना बनेगा, उसका 25 प्रतिशत नवंबर, 2016 में, अगली 25 प्रतिशत राशि का भुगतान 31 मार्च, 2017 तक और शेष बची राशि का भुगतान 30 सितंबर, 2017 तक किया जा सकता है. इससे पहले पूरी राशि का भुगतान 30 नवंबर, 2016 तक किया जाना था.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV Profit हिंदी
लेखकBhasha
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT