नोएडा के हज़ारों फ़्लैट मालिकों को बड़ी राहत मिली है। ओखला पक्षी विहार के नज़दीक का वो इलाक़ा तय कर दिया गया है जो पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील है। इससे इन फ़्लैट मालिकों को अपने फ़्लैट पर क़ब्ज़ा मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
पर्यावरण मंत्रालय में नेशनल बोर्ड फ़ॉर वाइल्ड लाइफ़ की स्टैंडिग कमेटी की बैठक में हुए फ़ैसले ने लाखों चेहरों पर मुस्कान ला दी है।
इस बैठक में ओखला पक्षी अभयारण्य के आसपास पर्यावरण की दृष्टि से संरक्षित इलाक़े की सीमा तय कर दी गई।
पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने फ़ैसले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोग किराया और ईएमआई दोनों दे रहे थे। उन्हें इससे बहुत फायदा होगा।
दरअसल दो साल पहले नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल ने ओखला पक्षी विहार के दस किलोमीटर तक का इलाक़ा पर्यावरण की दृष्टि से संवेदनशील घोषित कर दिया था। इससे वहाँ बनाए गए हज़ारों फ़्लैट को कंपलेशिन सर्टिफ़िकेट नहीं मिल पाया।
अब तय किया गया है कि पक्षी विहार का पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी इलाका सौ-सौ मीटर तक और उत्तर में १.२७ किलोमीटर तक का इलाक़ा ही ईको सेंसेटिव ज़ोन रहेगा।
इस फ़ैसले से लोग बहुत खुश हैं। पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक़ एक हफ़्ते के भीतर इस फ़ैसले की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।