प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि सरकार अर्थव्यवस्था को 8 से 9 प्रतिशत की ऊंची वृद्धि दर की राह पर लौटाने को प्रतिबद्ध है।
उद्योग मंडल फिक्की की 85वीं आम बैठक को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि हमने हाल में जो कदम उठाए हैं, वे अर्थव्यवस्था में गति लाने के प्रयासों की शुरुआत है। इससे अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से 8-9 प्रतिशत की ऊंची वृद्धि दर पर पहुंचाया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है और घरेलू मोर्चे पर अत्यधिक निराशावाद से देश की वृद्धि की प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। प्रधानमंत्री ने उद्योग जगत के दिग्गजों को संबोधित करते हुए कहा, मैं आपके समक्ष खड़ा होकर भरोसा दिलाता हूं कि सरकार नीतिगत माहौल में बदलाव, आर्थिक वृद्धि को रफ्तार देने तथा वृद्धि की प्रक्रिया को अधिक सामाजिक एवं क्षेत्रीय बनाने के लिए हरसंभव उपाय करने को प्रतिबद्ध है।
बीते वित्तवर्ष 2011-12 में आर्थिक वृद्धि दर घटकर 6.5 प्रतिशत पर आ गई, जो इसका नौ साल का निचला स्तर है। रिजर्व बैंक के अनुमान के अनुसार चालू वित्तवर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रहेगी। 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट से तीन साल पहले तक भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार 9 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ रही थी।