भारतीय निवेशकों के लिए लाल कालीन बिछाते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने उन्हें व्यक्तिगत बैठक और महल में रुकने जैसे प्रोत्साहनों की पेशकश की।
भारत दौरे पर दिल्ली आए गनी ने कहा, 'हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि अगर आप अफगानिस्तान में निवेश करते हैं तो कोई आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगा। हमारे यहां आइए। पांच करोड़ डॉलर से अधिक निवेश करने वाले मुझसे व्यक्तिगत चर्चा कर सकेंगे। अगर कोई 20 करोड़ डॉलर निवेश करना चाहता है, तो उसे हमारे प्राचीन महल में ठहरने का मौका मिलेगा।'
अपनी तीन दिवसीय भारत यात्रा के अंतिम दिन गनी ने उद्योगपतियों से कहा कि वे अफगानिस्तान के कायापलट में भारत के निजी क्षेत्र को प्रमुख भागीदार के रूप में देखते हैं।
गनी ने अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दूसरे प्रमुख नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि 10 अरब डॉलर की तापी गैस पाइपलाइन परियोजना का निर्माण पांच साल में पूरा कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि भारत पहले ही अफगानिस्तान में प्रमुख निवेशकों में से एक है। इसके साथ ही गनी ने भारतीय उद्योग जगत से अफगानिस्तान में निवेश करने को कहा। उन्होंने कहा कि वहां खास तौर से रेलवे, बिजली उत्पादन, खनन और कौशल विकास में निवेश की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं।