सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) की प्रमुख कंपनी विप्रो के लंदन स्थित कार्यालय में एक भारतीय महिला कर्मचारी ने फर्म पर लैंगिक भेदभाव, गैर बराबर वेतन और अनुचित बर्खास्तकी का आरोप लगाते हुए दस लाख पाउंड (10 करोड़ रुपये) के मुआवजे का मामला दायर किया है।
इस महिला ने आरोप लगाया कि उसे हिंसक, महिला विरोधी संस्कृति का सामना करना पड़ा और बेंगलुरु में मुख्यालय वाली इस कंपनी की ब्रिटेन शाखा के एक शादीशुदा बॉस के साथ प्रेम संबंध के लिए मजबूर होना पड़ा।
महिला (39) ने इस सप्ताह लंदन में एक रोजगार न्यायाधिकरण को बताया कि किस तरह उसके बॉस ने उसे 'भारतीय पौराणिक कथा की एक आकर्षक नृत्यांगना' कहा।
उन्होंने कहा, जो महिलाएं विश्वास से भरी, क्षमतावान और अपना नजरिया पेश करने वाली होती हैं उन्हें अक्सर 'भावुक' 'मनोरोगी' या 'रजोनिवृत्त' कहा जाता है। जो महिलाएं अन्य महिलाओं की मदद करती हैं, उन्हें 'समलैंगिक' कहा जाता है। 'डेली टेलीग्राफ' की खबर के अनुसार, महिला का दावा है कि उसे एक शादीशुदा वरिष्ठ उपाध्यक्ष के साथ प्रेम संबंध रखने पर मजबूर होना पड़ा। हालांकि विप्रो ने इस कानूनी वाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।