भारत द्वारा सुधारों की पहल को आगे बढ़ाने से विदेशी निवेशक उत्साहित हैं। विदेशी निवेशकों ने देश के शेयर बाजारों में इस माह अभी तक 9,000 करोड़ रुपये (1.67 अरब डॉलर) का निवेश किया है।
विश्लेषकों का कहना है कि आगामी महीनों में भी विदेशी निवेशकों के निवेश का प्रवाह बना रहेगा। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) का इस साल देश के शेयर बाजार में निवेश 72,215 करोड़ रुपये (13.97 अरब डॉलर) पर पहुंच गया है।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि हाल में सरकार द्वारा की गई बड़ी घोषणाओं मसलन मल्टी-ब्रांड रिटेल में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति, विदेशी एयरलाइंस को घरेलू विमानन कंपनियों में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने की अनुमति आदि से एफआईआई का निवेश भारतीय बाजार में बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रसारण क्षेत्र के उदारीकरण से विदेशी निवेशकों की धारणा में सुधार हुआ है। वेलइंडिया के उपाध्यक्ष (अनुसंधान) विवेक नेगी ने कहा, एफआईआई के प्रवाह में बढ़ोतरी सरकार द्वारा पिछले सप्ताह की गई नीतिगत सुधारों से संबंधित घोषणाएं हैं। मुझे लगता है कि अगले छह से आठ माह में एफआईआई का निवेश का प्रवाह इसी तरह जारी रहेगा। इसके साथ ही नेगी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि सरकार अन्य क्षेत्रों में भी सुधारों की पहल को जारी रखेगी।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 1 से 21 सितंबर के दौरान एफआईआई ने कुल 39,037 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि इस दौरान उन्होंने 29,892 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस तरह उनका शुद्ध निवेश 9,145 करोड़ रुपये रहा। शेयरों के अलावा समीक्षाधीन अवधि में एफआईआई ने ऋण बाजार में 909 करोड़ रुपये का निवेश किया।