भारत सरकार डेटा लीक मामले में कैंब्रिज एनालिटिका की जांच जारी रखेगा. हालांकि , ब्रिटेन की कंपनी ने अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है. सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. ब्रिटेन की डेटा विश्लेषण एवं राजनीतिक परामर्श कंपनी द्वारा 8.7 करोड़ फेसबुक प्रयोगकर्ताओं के डेटा का राजनीतिक अभियान के लिए इस्तेमाल करने के लिए कई देशों में आलोचना हो रही है.
भारत सरकार ने भी फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका को डेटा के इस्तेमाल के लिए नोटिस भेजा है. दोनों कंपनियों को नोटिस का जवाब 10 मई तक देना है. कैंब्रिज एनालिटिका ने कल अपनी वेबसाइट पर कारोबार बंद करने की घोषणा करते हुए कहा कि उसे उन गतिविधियों के लिए ‘अपमानित’ किया जा रहा है जो वैध हैं.
इस मामले से जुड़े भारतीय अधिकारियों ने कहा कि डेटा लीक मामले में जो नोटिस भेजे गए हैं और जो जांच हो रही है, वह जारी रहेगी. कंपनी पर यह जवाबदेही उसके द्वारा कारोबार बंद करने की घोषणा से पहले की है.
हालांकि, अधिकारियों ने इस मामले में और ब्योरा देने से इनकार करते हुए कहा कि फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटका दोनों के पास अपना लिखित जवाब देने के लिए 10 मई तक का समय है. पिछले महीने कैंब्रिज एनालिटिका को भेजे नए नोटिस में सरकर ने पूछा था कि भारत में किस तरह के डेटा जुटाए गए हैं. इन्हें जुटाने के लिए कौन से अनुसंधान माध्यमों का इस्तेमाल किया गया. क्या कंपनी ने किसी तीसरे पक्ष के माध्यम से भी डेटा जुटाया है और क्या इसके लिए ग्राहकों की मंजूरी ली गई थी.
वहीं दूसरी ओर फेसबुक से पूछा गया है कि उसने भारतीयों के डेटा को सुरक्षित रखने के लिए किस तरीके के सुरक्षा ढांचे का प्रस्ताव किया है. फेसबुक ने हालांकि इस बात को स्वीकार किया है कि उसके डेटा का कैंब्रिज एनालिटिका ने अनधिकृत तरीके से इस्तेमाल किया.