टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाए गए साइरस मिस्त्री ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात का समय मांगा है, लेकिन सरकार ने फिलहाल टाटा समूह के निदेशक मंडल के भीतर की रस्साकशी से अपने को दूर रखने का निर्णय किया है. जेटली के पास कंपनी मामलों के मंत्रालय का भी प्रभार है.
मिस्त्री को टाटा समूह के चेयरमैन पद से पिछले महीने के आखिर में झटके से हटा दिया गया. उन्होंने इस प्रकरण में अपनी बात रखने के लिए जेटली से मुलाकात का समय मांगा है. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि वित्त मंत्री ने फिलहाल दोनों में से किसी पक्ष से नहीं मिलने का निर्णय किया है, क्योंकि सरकार देश के इस प्रमुख औद्योगिक समूह के आंतरिक उठापटक में लिप्त होते नहीं दिखना चाहती है.
टाटा समूह की धारक कंपनी टाटा संस ने मिस्त्री की जगह पूर्व चेयरमैन रतन टाटा को चार महीने के लिए अंतरिम चेयरमैन बनाया है. रतन टाटा ने फिलहाल जेटली से मुलाकात का समय नहीं मांगा है, लेकिन मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि दोनों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात का समय लिया था. अधिकारी ने कहा कि सरकार टाटा घराने के पचड़े में खुद उलझना नहीं चाहती.
इससे पहले वित्त राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा था कि सरकार टाटा समूह की घटनाओं पर नजदीकी से निगाह रखे हुए है. उन्होंने कहा था कि सेबी और अन्य एजेंसियां भी इस मामले में सतर्क हैं, लेकिन अभी तक कोई मामला कॉरपोरेट मंत्रालय के पास नहीं पहुंचा है.
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