पुनर्गठन की बड़ी प्रक्रिया के तहत वैश्विक बैंकिंग समूह सिटीग्रुप ने दुनियाभर में 11 हजार नौकरियां समाप्त करने की घोषणा की है। समूह को उम्मीद है कि इससे 2014 से वह सालाना 1.1 अरब डॉलर की बचत कर सकेगा।
सिटीग्रुप के भारत में जन्मे सीईओ विक्रम पंडित द्वारा पद छोड़ने के दो माह बाद ही यह कदम उठाया गया है। सिटीग्रुप की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस पुनर्गठन से वैश्विक स्तर पर 11 हजार कर्मचारियों की छंटनी होगी। समूह ने इसे एक तर्कसंगत कदम बताया है।
सिटी के मुख्य कार्यकारी माइकल कॉर्बेट ने कहा, ‘‘हम अतिरिक्त क्षमता तथा खर्चों में कटौती कर अपनी परिचालन दक्षता बढ़ाएंगे। चाहे वह प्रौद्योगिकी का मामला हो या फिर रीयल एस्टेट या अपने परिचालन का सरलीकरण करना हो।’’ बयान में कहा गया कि इस पुनर्गठन से 2013 में उसे 90 करोड़ डॉलर की बचत होगी। वहीं 2014 तक यह बढ़कर 1.1 अरब डॉलर हो जाएगी।