वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने आज कहा कि मौजूदा संप्रग सरकार के प्रयासों से अर्थव्यवस्था मजबूत होने जा रही है। उन्होंने कहा कि चालू खाते के घाटे को कम करके 32 अरब डॉलर पर ला दिया गया है और राजकोषीय घाटा 2013-14 के लिए निर्धारित लक्ष्य के भीतर रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष में कुल कर संग्रह में कमी रही है।
चिदंबरम ने कहा, हम इस बात से पूरी तरह संतुष्ट हैं कि हम अंतरिम बजट में अनुमानित राजकोषीय घाटे के लक्ष्य (जीडीपी के 4.6 प्रतिशत) को हासिल कर लेंगे। वित्तमंत्री ने यहां कांग्रेस पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, चालू खाते के घाटे के मोर्चे पर खुशखबरी है। समाप्त वित्त वर्ष में चालू खाते का घाटा केवल 32 अरब डॉलर रहेगा, जो इससे पिछले साल 88 अरब डॉलर था। उन्होंने कहा कि चालू खाते के घाटे का लक्ष्य न केवल पूरी तरह से हासिल किया गया है, बल्कि 28.5 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार में जोड़ा गया है।
वित्तमंत्री ने कहा कि वर्ष 2012-13 में चालू खाते का घाटा जीडीपी का 4.7 प्रतिशत रहा था और 2013.14 में यह केवल 1.7 प्रतिशत रहेगा। ‘इसलिए, ये अच्छे संकेत हैं... आगे चलकर अर्थव्यवस्था केवल मजबूत ही होगी। हाल ही में शेयर बाजारों में आई तेजी के बारे पूछे जाने पर चिदंबरम ने कहा, यदि आप हर तेजी का श्रेय इस बात को देते हैं कि ‘मोदी आ रहे हैं’, तो हर गिरावट का श्रेय भी ‘मोदी आ रहे हैं’ को देना होगा।‘इसका इस बात से क्या लेना-देना है कि 16 मई को कौन जीतने जा रहा है। चिदंबरम ने कहा कि शेयर बाजार में जो घटित हो रहा है, वह इस बात को प्रतिबिंबत करता है कि निवेशक भारत की अर्थव्यवस्था में स्थिरता और मजबूती को लेकर और ज्यादा आश्वस्त हो रहे हैं।