कोयले की चोरी रोकने के लिए कोल इंडिया के सभी ट्रकों में एक महीने के भीतर जीपीएस निगरानी उपकरण लगाए जाएंगे। विश्व की सबसे बड़ी कोयला कंपनी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वैश्विक खनन व्यवस्था की तर्ज पर व्यापक प्रौद्योगिकी उन्नयन कर रही है।
कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘हम कोयले की चोरी रोकने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस पहल के तहत कोल इंडिया में 70-80 प्रतिशत ट्रकों में जीपीएस प्रणाली लगा दी गई है, जबकि एक महीने के भीतर 100 प्रतिशत ट्रकों में यह प्रणाली लगा दी जाएगी।’ कोल इंडिया को 2020 तक अपना उत्पादन दोगुना कर एक अरब टन पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है। इसके अलावा, सरकार वाणिज्यिक कोयला खनन को निजी कंपनियों के लिए खोलने की संभावना तलाश रही है।
स्वरूप ने कहा कि ट्रकों की जीपीएस मैपिंग के अलावा सभी संभावित नाजुक बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं जिससे कोयले की चोरी रोकी जा सके जोकि एक ‘बहुत गंभीर समस्या’ है।