सरकार को दूरसंचार स्पेक्ट्रम नीलामी से 60,000 करोड़ रुपये से अधिक की बोलियां मिलीं। नीलामी गुरुवार को 10वें दिन समाप्त हुई।
नीलामी के दौरान विभिन्न दूरसंचार सर्कलों में 900 मेगाहर्ट्ज और 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड के स्पेक्ट्रम के लिए आठ दूरसंचार कंपनियों के बीच भारी प्रतिस्पर्धा दिखी और बोली 68 दौर तक चली।
एक अधिकारी ने कहा 'स्पेक्ट्रम नीलामी 68 दौर के बाद सम्पन्न हो गई।' 2जी सेवा के लिए आरक्षित इन दोनों बैंडों में स्पेक्ट्रम के लिए जितनी बोली लगी वह 2010 में 3जी स्पेक्ट्रम के लिए लगी बोली के करीब 90 प्रतिशत के बराबर है। 3जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 67,718.95 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे।
कंपनियां यदि किस्तों में भुगतान करने का विकल्प अपनाती हैं तो सरकार को अब 31 मार्च को समाप्त चालू वित्त वर्ष के दौरान कम से कम 18,273 करोड़ रुपये मिलेंगे।
सरकार को 1800 मेगाहर्ट्ज में आरक्षित मूल्य से 78 प्रतिशत और 900 मेगाहर्ट्ज में 100 प्रतिशत ऊंची बोली प्राप्त हुई।