देश के पहले सेमी ऑटोमैटिक बंदरगाह विंझिजम पर दुनिया की सबसे बड़ी कंटेनर शिप सीरीज वाला एमएससी तुर्किये जहाज पहुंचा है. दुनिया के सबसे बड़े ईको-फ्रेंडली कंटेनर जहाज का अदाणी समूह के विंझिजम बंदरगाह पर स्वागत किया गया. तुर्की का यह कंटेनर शिप बुधवार दोपहर को विंझिजम बंरगाह पर पहुंचा. ऐसा पहली बार है जब इतना बड़ा जहाज दक्षिण एशिया के किसी बंदरगाह पर पहुंचा है. इसे भारत के शिपिंग और लॉजिस्टिक्स के लिए एक मील का पत्थर माना जा रहा है.
24,346 कंटेनर ले जाने की है क्षमता
एमएससी तुर्किये मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी (MSC) के स्वामित्व वाला जहाज है. इस जहाज की लंबाई 399.9 मीटर, चौड़ाई 61.3 मीटर और गहराई 33.5 मीटर है. यह जहाज एक साथ करीब 24,346 कंटेनर ले जाने की क्षमता रखता है. इसकी यही क्षमता एमएससी तुर्किये अब तक बनाए गए सबसे बड़े कंटेनर जहाजों में से एक बनाती है.
ये है विंझिजम की खासियत
अदाणी पोर्ट्स एंड SEZ लिमिटेड (APSEZ) के स्वामित्व वाला विंझिजम इंटरनेशनल बंदरगाह भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल है. यह बंदरगाह भारतीय उपमहाद्वीप में एकमात्र ट्रांसशिपमेंट हब है, जो अंतरराष्ट्रीय शिपिंग मार्गों के सबसे करीब है. यह पूर्व-पश्चिम शिपिंग चैनल से सिर्फ 10 समुद्री मील की दूरी पर है, जो यूरोप, फारस की खाड़ी, दक्षिण पूर्व एशिया और सुदूर पूर्व को जोड़ता है.