मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट (Modi 3.0 Budget) अगले महीने के अंत में पेश किए जाने की उम्मीद है. आगामी बजट 2024-25 (Union budget 2024-25) को लेकर अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के अलावा रोजगार सृजन पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman)के साथ बुधवार को यहां बजट पूर्व परामर्श बैठक (Pre-budget Meeting) में भाग लेने वाले अर्थशास्त्रियों ने यह बात कही.
बैठक में स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सह-संयोजक अश्विनी महाजन, औद्योगिक विकास अध्ययन संस्थान (आईएसआईडी) के निदेशक और मुख्य कार्यकारी नागेश कुमार और टीसीए अनंत सहित अन्य लोग शामिल हुए.
सरकार को रोजगार सृजन पर ध्यान देना चाहिए: अश्विनी महाजन
प्री-बजट बैठक के बाद अश्विनी महाजन ने कहा कि बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है और सरकार को रोजगार सृजन पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में तेजी को देखते हुए उपभोग मांग कोई समस्या नहीं बनने जा रही है.
पीएलआई योजना का दायरा बढ़ाने की जरूरत: नागेश कुमार
नागेश कुमार ने कहा, “हमने विनिर्माण क्षेत्र को आगे बढ़ाने की जरूरत पर काफी चर्चा की.”उन्होंने कहा कि बजट में एमएसएमई और कपड़ा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जाना चाहिए. नागेश ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का दायरा बढ़ाने की वकालत की.
निर्मला सीतारमण ने बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की
वित्त मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर लिखा है, “केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज नयी दिल्ली में आगामी आम बजट 2024-25 के संबंध में प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ बजट-पूर्व परामर्श बैठक की अध्यक्षता की.”
इसमें कहा गया, “बजटपूर्व परामर्श बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव, आर्थिक मामलों, राजस्व, वित्तीय सेवाओं और कॉरपोरेट मामलों के विभागों के सचिव और भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) भी शामिल हुए.”
कब पेश होगा बजट 2024?
रिपोर्ट्स के मुताबिक,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के आखिरी सप्ताह में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आम बजट पेश कर सकती हैं.