बैंक घोटालों (Bank Fraud) को लेकर एक और बड़ा एक्शन हुआ है. यूको बैंक (UCO Bank) के पूर्व चेयरमैन और एमडी सुबोध कुमार गोयल (Subodh Goel) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है.उनकी गिरफ्तारी 16 मई को दिल्ली में उनके घर से हुई. यह गिरफ्तारी 6200 करोड़ रुपये से ज्यादा के लोन घोटाले के मामले में की गई है, जो कोलकाता की कंपनी कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड (CSPL) से जुड़ा है.
मनी लॉन्ड्रिंग के केस में बड़ी कार्रवाई
ED के मुताबिक, यह गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग के केस में की गई है. गोयल पर आरोप है कि उन्होंने कुछ कंपनियों को बेवजह फायदा पहुंचाया और बैंकों से मिले लोन के पैसों की हेराफेरी में मदद की.
पहले भी कई बड़े बैंक अफसरों की हो चुकी है गिरफ्तारी
सुबोध गोयल से पहले भी कई बड़े बैंक अधिकारी जेल जा चुके हैं. आइए आपको बताते हैं कि कैसे सरकारी और प्राइवेट बैंकों में ऊंचे पदों पर बैठे लोग भी नियमों की अनदेखी करके घोटालों (Indian Bank Scam) में फंसते जा रहे हैं. इन मामलों से जुड़ी कार्रवाइयां आम जनता और बैंकिंग सिस्टम की भरोसेमंदी पर भी असर डालती हैं.
- आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर (Chanda Kochhar)और उनके पति दीपक कोचर को वीडियोकॉन को दिए गए लोन में गड़बड़ी के मामले में 23 दिसंबर 2022 को CBI ने गिरफ्तार किया था. हालांकि, जनवरी 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी को गलत बताते हुए उन्हें जमानत दे दी थी. CBI ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है.
- यस बैंक के पूर्व एमडी और CEO राणा कपूर (Rana Kapoor) को 2020 में ED ने गिरफ्तार किया था. उन पर DHFL लोन घोटाला, अवंता ग्रुप और Ezeego1 Travels से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप था. कपूर चार साल जेल में रहे, फिर एक विशेष अदालत से उन्हें जमानत मिली.
- IDBI बैंक के पूर्व चेयरमैन योगेश अग्रवाल और डिप्टी एमडी बीके बत्रा भी 2017 में किंगफिशर एयरलाइंस को दिए लोन को लेकर जांच के घेरे में आए थे. हाईकोर्ट ने उन्हें दो महीने बाद जमानत दे दी थी.
- सिंडिकेट बैंक के चेयरमैन और एमडी एस के जैन को 2014 में CBI ने गिरफ्तार किया था. उन पर आरोप था कि उन्होंने 50 लाख रुपये की रिश्वत लेकर कोयला घोटाले से जुड़ी कंपनियों की लोन लिमिट बढ़ाई. उनके खिलाफ दो केस दर्ज हुए थे.