"दक्षिण एशिया में अमन की बहाली और स्थिरता बने रहना ज़रूरी है, और उसके लिए पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के साथ बातचीत करना भी ज़रूरी है..." यह कहना है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त रह चुके अजय बिसारिया (Ajay Bisaria) का. NDTV वर्ल्ड समिट के दौरान अजय बिसारिया ने समूची दुनिया, और विशेष रूप से हिन्दुस्तान के आसपास के क्षेत्र में शांति और स्थिरता बने रहने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया.
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दो-दिवसीय NDTV World Summit 2024 - The India Century में अजय बिसारिया ने कहा, "पाकिस्तान के साथ बातचीत करना, एन्गेज करना ज़रूरी है, क्योंकि भारत चाहता है कि इलाके में स्थिरता रहे... अगर सामान्य हालात नहीं भी रहें, तो भी स्थिरता ज़रूरी है..." उन्होंने कहा, "पाकिस्तान पिछले तीन वर्ष से अलग-अलग बड़े संकटों से जूझ रहा है, जिनमें सुरक्षा का संकट, आर्थिक संकट और राजनीतिक संकट शामिल है... इसके चलते अस्थिरता पैदा होती है, और हमें ध्यान रखना होगा कि हमारे मुल्क के आसपास का इलाका स्थिर होने में ही हमारा भी भला है..."
"पाकिस्तान से आ रहा है आतंकवाद..."
पाकिस्तान की धरती से आतंकवादी हमले होने का ज़िक्र करते हुए पूर्व उच्चायुक्त ने कहा, "हमारा एक पड़ोसी मुल्क है, जहां से आतंकवाद आ रहा है... उसी आतंकवाद को रोकने के लिए, और रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए बातचीत ज़रूरी है..." NDTV वर्ल्ड समिट में दुनिया में अमन की बात करते हुए उन्होंने कहा, "बातचीत करने के साथ-साथ हम आतंकवाद के ख़िलाफ़ ठोस कदम उठा सकते हैं, सख्त पोज़ीशन ले सकते हैं... लेकिन इस प्रॉब्लम को नेगलेक्ट करना ठीक नहीं रहेगा... हिन्दुस्तान के लिए आगे बढ़ना ज़रूरी है, पाकिस्तान के साथ एन्गेज करना ज़रूरी है, और उससे जो हल निकलता है, उसे आगे ले जाना ज़रूरी है..."
"दुनिया में अमन के लिए भारत ने किया प्रयास..."
इसके अलावा, अजय बिसारिया ने दुनिया में अलग-अलग हिस्सों में हो रही जंगों को लेकर भारत के कूटनीतिक रुख पर भी बात की. बिसारिया के मुताबिक, समूची दुनिया में चर्चा है कि निरपेक्षता के साथ सधे हुए तरीके से आगे बढ़ते हुए भारत ने अमन की बहाली के लिए सक्रिय ढंग से प्रयास किया है. इसी साल जुलाई और अगस्त में भारत की ओर से पहला मौका था, जब किसी प्रधानमंत्री ने ऐसे मुल्कों का दौरा किया, जो जंग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 जुलाई को रूस तथा 23 अगस्त को यूक्रेन की यात्रा पर गए थे.
"दुनिया में कहीं भी जंग भारत के लिए अच्छी नहीं..."
NDTV वर्ल्ड समिट में अजय बिसारिया ने साफ़ कहा, "दुनिया में हर वक्त जंग जारी रहना भारत के लिए अच्छा नहीं होगा... जंग कच्चे तेल के दामों और हिन्दुस्तान के प्रवासियों के हित में भी नहीं, इसलिए अमन की पहल व कोशिश होनी ही चाहिए... भारत का मानना है कि युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं दे सकता, और उसके लिए परस्पर बातचीत ही ज़रूरी होती है..."
उन्होंने कहा, "लगातार जंग से हिन्दुस्तान पर दबाव पड़ता है, और जंग जितनी गंभीर होती है, माहौल उतना ही मुश्किल होता है... यदि इज़रायल और हमास के बीच जंग जारी रही, तो आखिरकार इसका प्रभाव ईरान के साथ भारत के रिश्तों पर पड़ सकता है, इसलिए अगर हिन्दुस्तान अमन की बहाली में योगदान दे सकता है, तो जरूर देना चाहिए..."