हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों ( Jio, Airtel, VI) ने इंटरनेट स्पीड और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए पिछले महीने के अंत में अपने मोबाइल टैरिफ 10 से 25% तक बढ़ा दिए. हालांकि इसके बावजूद, यूजर्स के बीच अभी भी खराब नेटवर्क क्वालिटी की समस्या लगातार बनी हुई है. LocalCircles ने मोबाइल नेटवर्क की समस्याओं को लेकर पिछले 12 महीनों में उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतों के बाद फिर से एक नेशनल सर्वे किया है. जिसमें पिछले 3 महीनों में उपभोक्ताओं के मोबाइल नेटवर्क से जुड़े अनुभव को लेकर कई आंकड़े सामने आए हैं.
सर्वे में यह भी पाया गया कि सिर्फ गांवों में ही नहीं बल्कि बड़े शहरों में भी कॉल ड्रॉप और मोबाइल कनेक्शन की समस्या आम है.
घर या ऑफिस में भी कॉल ड्रॉप की समस्या
सर्वे में शामिल हर 3 में से 1 शख्स ने बताया कि कॉल कनेक्ट न होने या कॉल ड्रॉप की समस्या के कारण उन्हें नियमित रूप से वॉट्सऐप, फेसटाइम या स्काइप जैसे ओटीटी ऐप्स का इस्तेमाल करके वाईफाई कॉल करना पड़ता है. यह समस्या सिर्फ शहर से बाहर नहीं बल्कि घर या ऑफिस में भी आम है.
हर 3 में से 1 शख्स वाईफाई कॉल का कर रहे इस्तेमाल
सर्वे में जब लोगों से पूछा गया कि आप कितनी बार मोबाइल नेटवर्क की बजाय डेटा/वाईफाई कॉल करने के लिए मजबूर होते हैं? तो कुल 10,764 लोगों ने इस सवाल का जवाब दिया. इस दौरान जवाब देने वालों में से हर तीसरे व्यक्ति ने बताया कि वह वाईफाई कॉल का नियमित इस्तेमाल करता है.
इसके अलावा, 9% लोगों ने बताया कि उन्हें इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ता क्योंकि उनके मोबाइल कॉल हमेशा कनेक्ट हो जाते हैं.
पिछले 2 सालों में वाईफाई कॉल करने वालों की संख्या बढ़ी
पिछले 2 सालों में मोबाइल नेटवर्क पर कॉल कनेक्ट होने और कॉल ड्रॉप की समस्याओं के चलते वाईफाई कॉल करने वालों की संख्या बढ़ी है. आसान शब्दों में कहें तो लोग अब कॉल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा वॉट्सऐप, फेसटाइम या स्काइप जैसे ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं.
सर्वे में देश के 362 जिलों के 32,000 से अधिक लोगों ने लिया भाग
बता दें कि LocalCircles के इस सर्वे में भारत के 362 जिलों के 32,000 से अधिक लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी. जवाब देने वालों में 64% पुरुष और 36% महिलाएं थीं. वहीं 44% लोग टियर 1 शहरों से, 33% टियर 2 शहरों से और 23% लोग टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे. यह सर्वे मार्च और जून 2024 के बीच किया गया था.