भारत का इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण अगले पांच साल में लगभग 250 अरब डॉलर तक पहुंचने की संभावना है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस समय देश का इलेक्ट्रॉनिक निर्यात 125 से 130 अरब डॉलर के बीच है. सरकार इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार सृजन करके बेरोजगारी की समस्या का समाधान करने की भी योजना बना रही है. वर्तमान में इस क्षेत्र में 25 लाख लोग कार्यरत हैं.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अगले पांच साल में सरकार इस सेक्टर में नौकरियों की संख्या दोगुनी करेगी. इन्वेस्ट इंडिया के अनुसार, 5जी नेटवर्क और आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) जैसे टेक्नोलॉजी परिवर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ट को तेजी से अपनाने में सहायक हो रहे हैं.
डिजिटल इंडिया और स्मार्ट सिटी जैसी परियोजनाओं ने इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के मार्केट में आईओटी की मांग बढ़ा दी है और निस्संदेह इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स के लिए एक नए युग की शुरुआत होगी. इस समय भारत का घरेलू उत्पादन वित्त वर्ष 2016-17 में 49 अरब डॉलर से 13 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 101 अरब डॉलर हो गया है.
इन्वेस्ट इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2024 के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामानों का निर्यात (एक्सपोर्ट) 2.65 अरब डॉलर दर्ज किया गया. यह अप्रैल 2023 के दौरान यह 2.10 अरब डॉलर था, यानी इसमें 25.80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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