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This Article is From Jan 21, 2024

मासूम को 9 साल की उम्र में छोड़ना पड़ा स्कूल, कामकाज कर घर संभाला...25 की उम्र तक आते थे सुसाइड के खयाल

इनका बचपन बेहद गरीबी में बीता लेकिन अब वह भारत में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर हैं. वह छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो अकादमी पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार और एक बाफ्टा पुरस्कार के विजेता हैं.

मासूम को 9 साल की उम्र में छोड़ना पड़ा स्कूल, कामकाज कर घर संभाला...25 की उम्र तक आते थे सुसाइड के खयाल
ये तस्वीर एआर रहमान ने इंस्टाग्राम पर शेयर की थी.
नई दिल्ली:

जैसे-जैसे इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री बढ़ रही है प्ले बैक सिंगर और दूसरे स्टार्स के मुनाफे भी बढ़ रहे हैं. कई पॉपुलर सिंगर एक गाने के लिए 20 लाख रुपये और उससे ज्यादा रकम वसूलते हैं. हालांकि सबसे ज्यादा फीस चार्ज करने वाला सिंगर एक गाने के लिए 3 करोड़ रुपये लेता है.

हम जिस सिंगर के बारे में बात कर रहे हैं उसने 9 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया था और अब वह एक इंटरनेशनल स्टार बन गया है और उसकी बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है. वह कोई और नहीं बल्कि एआर रहमान हैं. एआर रहमान का जन्म 1967 में तमिलनाडु के मद्रास में एएस दिलीप कुमार के रूप में हुआ था. उनके पिता आरके शेखर भी तमिल और मलयालम फिल्मों के लिए फिल्म स्कोर म्यूजीशियन थे. रहमान को बचपन से ही म्यूजिक का शौक था. उन्होंने 4 साल की उम्र में पियानो सीखना शुरू कर दिया था. 9 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया. इसका उन्हें बहुत सदमा लगा और उनके परिवार को पैसों की तंगी का सामना करना पड़ा.

उस समय रहमान ने संगीत पर फोकस करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी और घर की जिम्मेदारियों का बोझ उठाया. वह अपने परिवार का सपोर्ट करने के लिए प्रोफेशनली पियानो बजाते थे. स्कूल छोड़ने के कुछ साल बाद उन्हें कॉलेज में दाखिला मिल गया लेकिन फिर म्यूजिक में करियर बनाने के लिए उन्होंने कॉलेज छोड़ दिया. कॉलेज छोड़ने के बाद उन्होंने अपना बैंड बनाया और फिर कई ऐड्स के लिए जिंगल भी लिखे. बताया जाता है कि रहमान ने लगभग 300 ऐड के लिए जिंगल लिखे थे.

एआर रहमान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 25 साल की उम्र तक उनके मन में आत्महत्या के विचार आते थे और वह अपनी जिंदगी खत्म करना चाहते थे. उन्होंने एक इंटरव्यू में पीटीआई को बताया, "25 साल की उम्र तक मैं आत्महत्या के बारे में सोचता था. हममें से ज्यादातर को लगता है कि वे उतने अच्छे नहीं हैं जितना होना चाहिए. क्योंकि मैंने अपने पिता को खो दिया था, यह खालीपन था... बहुत सारी चीजें हो रही थीं. इसने एक तरह से मुझे और ज्यादा निडर बना दिया. मृत्यु हर किसी के लिए एक स्थायी चीज है. क्योंकि बनाई गई हर चीज की एक्सपायरी डेट होती है तो किसी भी चीज से क्यों डरें?”

फिल्मों में उन्हें पहला ब्रेक तमिल फिल्म 'रोजा' से मिला. इस फिल्म में उनके गाने पब्लिक को काफी पसंद आये. एक बार जब उन्होंने फिल्मों के लिए गाने लिखना शुरू किया तो एआर रहमान के करियर ने स्पीड पकड़नी शुरू कर दी. उन्होंने 2008 की फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर में अपने गानों के लिए ऑस्कर अवॉर्ड जीता. उन्होंने दिल से, ताल, रंग दे बसंती, स्वदेस, जोधा अकबर, जाने तू...या जाने ना और दूसरी बॉलीवुड फिल्मों के लिए भी म्यूजिक दिया.

उनका बचपन बेहद गरीबी में बीता लेकिन अब वह भारत में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सिंगर हैं. वह छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो अकादमी पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार और एक बाफ्टा पुरस्कार के विजेता हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक एआर रहमान एक गाने के लिए 3 करोड़ रुपये चार्ज करते हैं और उनकी कुल प्रॉपर्टी 1748 करोड़ रुपये है जो उन्हें इंडस्ट्री के कुछ युवा एक्टर्स से ज्यादा अमीर बनाती है.

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