अजय देवगन, अक्षय कुमार और एस.एस. राजामौली
नई दिल्ली:
एस.एस. राजामौली की बाहुबली सीरीज भारत समेत दुनिया भर में हिट रही है. उन्होंने प्रभास को एक फिल्म के जरिये ही सुपरस्टार बना दिया और करोड़ों दिलों की धड़कन भी. लेकिन बॉलीवुड के दो सुपरस्टार की जिंदगी में भी राजामौली का खास योगदान है. जी हां, जब अक्षय कुमार और अजय देवगन करियर की बड़ी लड़ाई लड़ रहे थे, और बड़ी चुनौती का सामना कर रहे थे, उस समय राजमौली की फिल्मों के रीमेक ने ही उनके करियर को बचाया था. आज एस.एस. राजामौली 44 साल के हो गए हैं.
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बात 2012 की है. अजय देवगन की फिल्म ‘सन ऑफ सरदार’ यश चोपड़ा की ‘जब तक है जान’ के साथ मुकाबले में फंस गई थी. फिल्म दिवाली पर रिलीज होनी थी. लेकिन अजय देवगन जिद पर अड़ गए थे और उन्होंने फिल्म को उसी दिन रिलीज करने का फैसला किया. यश चोपड़ा की फिल्म और बड़े बैनर के सामने टिका रहना आसान काम नहीं था. सन ऑफ सरदार राजामौली की तेलुगु फिल्म ‘मर्यादा रमन्ना (2010)’ की रीमेक थी. फिल्म फुलटू कॉमेडी थी और थोड़ा-बहुत एक्शन था. फेस्टिवल सीजन में फिल्म कनेक्ट करने में सफल रही और फिल्म ने ‘जब तक है जान’ को जबरदस्त टक्कर दी. इस तरह इस मुकाबले में अजय देवगन विजयी रहे और इसकी वजह राजामौली की ओरिजनल फिल्म ही थी.
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इसी तरह अक्षय कुमार के करियर में भी साउथ की रीमेक फिल्मों का बड़ा योगदान रहा है. जब भी उन्होंने साउथ से कहानी उठाई है, सफलता ने उनके कदम चूमे हैं. अक्षय कुमार 2012 में ‘राउडी राठौर’ में नजर आए थे और ये फिल्म एस.एस. राजामौली की फिल्म विक्रमारकुडु की रीमेक थी. फिल्म जबरदस्त ढंग से सुपरहिट रही और इसके बाद से अक्षय कुमार को पीछे मुड़कर देखने का मौका नहीं मिला है. वे हर साल दो-तीन हिट दे ही रहे हैं.
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